शहरभर के कृष्ण मंदिरों में मत-मतांतर के साथ शुक्रवार और शनिवार को यशोदा के लाल के जन्म का उल्लास छाएगा। मध्यरात्रि को शंख ध्वनि गूंजेगी और भगवान की जन्म आरती होगी। स्मार्त मत वाले प्राचीन गोपाल मंदिर, बांके बिहारी मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में 23 अगस्त को तो वैष्णव मत के मंदिरों में जन्माष्टमी का उल्लास 24 अगस्त को छाएगा
ज्योतिर्विद् श्यामजी बापू के अनुसार अष्टमी तिथि 23 अगस्त शुक्रवार को सुबह 8.09 बजे लगी, जो 24 को शनिवार सुबह 8.32 बजे तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र 24 को सुबह 3.46 बजे लगेगा, जो 25 अगस्त को सुबह 3.13 बजे समाप्त होगा। अष्टमी तिथि और फिर नवमी लगने से गोगा नवमी भी 24 को मनाई जाएगी।
गोपाल मंदिर के पुजारी बालमुकुंद पाराशर ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी के लिए राजवाड़ा स्थित गोपाल मंदिर पर विद्युत सज्जा की गई है। शुक्रवार को रात 12 बजे भगवान की जन्म आरती होगी। मालवीय भारती मंदिर आड़ा बाजार में रात 12 बजे जन्म आरती हुई। यशोदा माता मंदिर के पं. महेंद्र दीक्षित ने बताया कि 24 अगस्त को सुबह 6 बजे अभिषेक और रात 12 बजे महापूजा और आरती होगी
यादव अहीर समाज केंद्रीय समिति के तत्वावधान में समाज के 30 संगठनों की भागीदारी में जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की शोभायात्रा निकाली जाएगी। यात्रा 23 अगस्त को सुबह 11 बजे बड़ा गणपति से चिमनबाग चौराहा तक निकलेगी। इसमें भगवान कृष्ण के रजत रथ को महिलाएं गोपियां बन हाथों से खीचेंगी।
नवयुवक यादव संगठन गवली समाज द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की शोभायात्रा 23 अगस्त को सुबह 10 बजे बड़ी ग्वालटोली स्थित गवली समाज की धर्मशाला से निकाली जाएगी। संस्थापक शंकर यादव व अध्यक्ष प्रकाश यादव ने बताया कि यात्रा पिछले नौ वर्षो से निकाली जा रही है
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