मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। सबसे ज्यादा बारिश मंदसौर और नीमच इलाके में हुई है। नीमच जिले के कुकडेश्वर नगर के सदर बाजार में पानी भरने से लोग परेशान हो गए। यहां के मोरवन बांध का जल स्तर 51 फीट पहुंच गया। एक फीट पानी और बढ़ने पर यह ब्रिज के करीब पहुंच जाएगा। उधर नीमच जिले के मोरवन-सिंगोली रोड पर मोरवन पुलिया के 30 फीट ऊपर पानी बर रहा है।
बारिश की वजह से जाम : इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में लग रहे 6 घंटे
बारिश के बीच इंदौर से खंडवा मार्ग खस्ताहाल होने के कारण आवाजाही में समय ज्यादा लग रहा है। सड़क पर बहुत गड्ढे हैं जिस कारण वाहन धीरे चल रहे हैं। भेरूघाट सहित बलवाड़ा और चोरल के पास बार-बार जाम की स्थिति भी बन रही है। इस कारण इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में 5 से 6 घंटे का समय लग रहा है। ओंकारेश्वर में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है, लेकिन बांध के गेट अभी नहीं खोल गए है। आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना दे दी गई है। लगातार हुई वर्षा से बरगी डैम और तवा डैम से पानी छोड़े जाने के कारण ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले जाएंगे
मंदसौर के गांधी सागर बांध का जलस्तर 1297.09 फीट पर पहुंचा
एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील गांधीसागर का जलस्तर वर्षाकाल शुरू होने से पहले मात्र 1248.00 फीट ही रह गया था। लेकिन इस बार हुई जोरदार बारिश से विगत दो सप्ताह में बांध में 49 फीट पानी बढ़ा है। गांधी सागर कैचमेंट एरिये में वर्षाकाल के दौरान हो रही मूसलाधार बारिश का पानी आने से इसका लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार शाम सात बजे तक इसका जलस्तर 1291.00 फीट दर्ज किया गया था। जो कि गुरुवार शाम सात बजे तक बढ़कर 1297.09 फीट दर्ज किया गया। चौबीस घंटे में इस बांध में छह फीट पानी बढ़ गया हैगांधीसागर मैनेजमेंट अधिकारी के अनुसार बांध का जलस्तर 1312 फीट होने पर इसके गेट सभी गेट अधिकृत सूचना जारी करने के बाद खोले जाते हैं 1305 के लेवल हो जाने पर नीचे के छोटे गेट खोलने शुरू कर दिए जाते है। पानी की आवक अधिक होने पर और लेवल 1312 हो जाने पर नियमानुसार सभी गेट खोल दिए जाते हैं। इसके पूर्व छोटे-बड़े मिलाकर कुल 19 गेट 2006 में खोले गए थे। इसके बाद कुछ गेट 2015 में भी खोले गए थे
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