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भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव के बीच सरकार ने वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाला बड़ा फैसला किया है


भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव के बीच सरकार ने वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाला बड़ा फैसला किया है। मोदी सरकार ने 5,000 करोड़ रुपए की लागत से स्वदेशी आकाश वायु रक्षा मिसाइलों की 6 स्क्वाड्रन की खरीद को मंजूरी प्रदान कर दी है। इन्हें पाकिस्तान और चीन सीमाओं पर तैनात किया जाएगा।


जानकारी के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने हाल ही में इस परियोजना को हरी झंडी दी थी। गुरुवार को रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी वायुसेना को दी।


 


जानिए कैसे बढ़ जाएगी वायुसेना की ताकत


- इसके साथ ही वायुसेना के लिए खरीदी गईं आकाश मिसाइल प्रणालियों की संख्या 15 पहुंच जाएगी।


 


- वायुसेना ने शुरुआत में सिर्फ दो आकाश प्रणालियों का ऑर्डर दिया था। लेकिन पिछले साल हुए अभ्यास में इजरायली समेत अन्य सभी वायु रक्षा मिसाइलों का आकाश मिसाइल प्रणाली के साथ परीक्षण किया गया था और इनमें आकाश का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा था।


- लिहाजा रक्षा मंत्रालय ने विदेशी प्रणालियों के बजाय आकाश का चयन किया।


 


मार्च तक रक्षा खरीद के नए मानक तय करेगी उच्चस्तरीय समिति


इस बीच, खबर है कि सैन्य खरीद पर वर्तमान नीतिगत व्यवस्था की समीक्षा के लिए सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति अगले साल मार्च तक नए मानक तय कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसका मकसद बिना किसी बाधा के सैन्य खरीद और सैन्य परिसंपत्तियों की देखरेख सुनिश्चित करना है।


 


रक्षा मंत्रालय में महानिदेशक (खरीद) अपूर्व चंद्र ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि रक्षा खरीद प्रक्रिया (DPP) की पिछली पुनरावृत्ति 2016 में की गई थी और रक्षा खरीद मैनुअल (DPM) को तो 2009 से अपडेट ही नहीं किया गया है


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