मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई हिस्सों में हुई जोरदार बारिश के कारण जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण निचली बस्तियों में पानी भर गया है, और आवागमन प्रभावित हुआ है. बारिश के बाद राजधानी भोपाल सहित 6 जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं. राज्य में बीते 24 घंटों से कहीं रुक-रुक कर तो कहीं तेज बारिश हो रही है.
भोपाल की भी कई निचली बस्तियों में पानी भरा
बारिश के कारण भोपाल की भी कई निचली बस्तियों में पानी भर गया. राज्य के जनसम्पर्क मंत्री पी़ सी़ शर्मा ने भोपाल में लगातार जारी भारी बारिश के बीच प्रभावित गरीब बस्तियों का दौरा किया. शर्मा ने जिला कलेक्टर तरुण पिथोड़े को निर्देश दिया कि जल-भराव से प्रभावित परिवारों को राशन और राहत सामग्री तुरंत उपलब्ध कराई जाए. निचले क्षेत्र में बसे झुग्गीवासियों को मल्टी बिल्डिंग्स में शिफ्ट किया जाए. प्रभावित परिवारों का सर्वे कर उन्हें तत्काल राहत प्रदान किया जाए.
राज्य में भारी बारिश के चलते बांध लबालब हो गए और निकासी के लिए गेट खोलने पड़े हैं. जबलपुर में बरगी बांध का जलस्तर बढ़ने पर 21 गेट खोलकर पानी की निकासी की गई. इस मौके पर पुलिस और प्रशासन ने नर्मदा नदी किनारे की बस्तियों के निवासियों को सतर्क कर दिया है.
छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा के हर्रई बस्ती में पानी घुसा
इसी तरह सिवनी जिले में बैनगंगा नदी पर बने संजय सरोवर बांध के पांच गेट खोले गए हैं. बारिश के चलते भोपाल-सागर मार्ग पर आवागमन प्रभावित हुआ है. छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा के हर्रई बस्ती में पानी घुस गया है.
मंत्री शर्मा ने पंचशील नगर, नया बसेरा, राजीव नगर और अन्य गरीब बस्तियों का दौरा किया. उन्होंने प्रभावित परिवारों से बातचीत की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया. जनसम्पर्क मंत्री शर्मा ने कलेक्टर और नगर निगम अमले को निर्देश दिया कि "लगातार बारिश को ध्यान में रखते हुए कंट्रोल-रूम को 24 घंटे चालू रखें. जल-भराव वाले क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखें। बाढ़ नियंत्रण दस्ता इन क्षेत्रों में मुस्तैदी से तैनात रहे."
ओडिशा में नदियों का जलस्तर बढ़ा
निम्म दबाव क्षेत्र की वजह से लगातार हुई बारिश से ओडिशा के कुछ हिस्सों में रविवार को बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी जिससे राज्य की मुख्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महानदी नदी के ऊपरी हिस्से में हुई भारी बारिश की वजह से हीराकुंड बांध में जलस्तर बढ़ रहा है और जलाशय से अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए 64 दरवाजों में से 20 खोल दिए गए. अधिकारी ने बताया कि हालांकि राज्य की सभी नदियों में जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है और बड़ी बाढ़ का 'कोई खतरा नहीं' है
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