इंदौर। जंगल में हरियाली बढ़ाने के लिए इस बारिश में वन विभाग ने नया प्रयोग किया है। जुलाई के दूसरे सप्ताह से अगस्त के बीच विभाग ने जंगलों में जो सीड बॉल डाली थीं, उनसे चोरल-महू में 21 हजार पौधे पनप गए हैं। यहां 70-70 हजार सीड बॉल डाली गई थीं। अब मुख्यालय ने इन्हें प्रत्येक रेंज में तैयार करने पर जोर दिया है। यह प्रक्रिया दिसंबर बाद शुरू की जाएगी।
वन विभाग ने प्रदेशभर के लिए 50 लाख सीड बॉल बनाई थीं और प्रत्येक वनमंडल में दो से तीन लाख सीड बॉल दी गईं। इंदौर वनमंडल में 2.80 लाख सीड बॉल आवंटित हुई थीं जो इंदौर, चोरल, महू और मानपुर में एक समान मात्रा में दी गईं। वनकर्मियों के मुताबिक दो चरणों में सीड बॉल जंगल में डाली गई थीं। जुलाई में कुछ दिन तक बारिश नहीं होने से कोई परिणाम सामने नहीं आया, जबकि अगस्त के पहले सप्ताह में अलग-अलग वन क्षेत्रों में डालने पर 10-12 फीसदी पौधे पनप गए। चोरल-महू में पनपे 21 हजार पौधों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
चोरल रेंजर मुकेश अलावा और महू रेंजर महेश अहिरवाल ने बताया कि पौधों को सुरक्षित रखना बड़ी चुनौती है, क्योंकि तेज बारिश से इन छोटे पौधों को नुकसान हो सकता है।
सीड बॉल में बीज नहीं
विभाग के शोध व अनुसंधान केंद्र ने सीड बॉल मशीन से बनाई हैं। इसके चलते 10 फीसदी बॉल में बीज नहीं थे। इस बारे में रेंज के जिम्मेदारों ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया है। अब प्रत्येक रेंज में अपने स्तर पर आवश्यकतानुसार बॉल बनाई जाएंगी। इसके लिए बजट देने की तैयारी चल रही है
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