इंदौर। आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा देश के स्मार्ट सिटी के कार्यों के आधार पर शुक्रवार को जारी की गई रैंकिंग में इंदौर शहर देश के टॉप 10 स्मार्ट सिटी वाले शहरों में शामिल हुआ है। इस रैंकिंग में इंदौर को 259.81 अंक मिले हैं और यह पुणे, वडोदरा जैसे देश के प्रमुख शहरों को पीछे छोड़कर नौवें स्थान पर आया है। इसके पूर्व की रैंकिंग में यह 17वें नंबर पर था। रैंकिंग में नागपुर नंबर एक पर है, जबकि भोपाल शहर इंदौर से आगे है।
केंद्र ने तीन साल पहले स्मार्ट सिटी की योजना लॉन्च की थी। इसमें पहले चरण में इंदौर, भोपाल व जबलपुर शहर शामिल हुए थे। इसके बाद अलग-अलग चरणों में प्रदेश के सात शहर स्मार्ट सिटी के लिए अब तक शामिल हुए हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत महूनाका से टोरी कॉर्नर, बड़ा गणपति से राजमोहल्ला तथा व्यास ब्रिज से जिंसी तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। वर्तमान में गंगवाल बस स्टैंड से मच्छी बाजार और जयरामपुर कॉलोनी से गोराकुंड सड़क चौड़ीकरण परियोजना में निर्माण प्रगति पर है।
इसके साथ ही स्मार्ट सिटी मिशन में रिवर फ्रंट के विकास कार्य में आठ चरणों में से दो चरणों के तहत रामबाग से कृष्णपुरा पुल एवं चंद्रभागा पुल से हरसिद्धि पुल का कार्य पूर्ण किया जा चूका है। इसके अलावा हेरिटेज डेवलपमेंट के अंतर्गत राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, मल्हारराव होलकर छत्री, हरिराव होलकर छत्री, बोलिया सरकार की छत्री एवं गांधी हॉल के जीर्णोद्धार व कृष्णापुरा छत्री में विद्युत सज्जा का कार्य किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के विद्युत कार्यों के अंतर्गत सोलर पावर, अंडर ग्राउंड केबल, डेकोरेटिव लाइट एवं स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही हैं।
100 स्मार्ट क्लास रूम भी तैयार
शहर में 10 कचरा ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण व इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर तैयार किया गया है। इसके अलावा सरकारी स्कूलों में 100 स्मार्ट क्लास रूम भी तैयार किए गए हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शहर के कई क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण के लिए ग्रेफिटी व म्यूरल आर्ट कार्य पूरा किया गया। वर्तमान में इंटीगे्रटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सिटी सर्विलांस, स्मार्ट पोल व जीआईएस सर्वे किया जा रहा है। इंदौर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के मुताबिक इस रैंकिंग का मुख्य आधार स्मार्ट सिटी में तय मापदंडों का पालन था। इसमें विस्तृत योजना बनाने, बोर्ड बैठकों का आयोजन, सही तरीके से टेंडरिंग, प्रोजेक्ट्स की प्रगति एवं पूर्ण किए गए कार्य शामिल थे। इन्हीं का फायदा इस रैंकिंग में इंदौर स्मार्ट सिटी को मिला है
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