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जिले के करीब नौ गांवों में नौ अगस्त से भू-गर्भीय हलचल से हो रहे जमीनी धमाकों की दहशत इतनी बढ़ गई है कि लोग गांव छोड़ कर अन्यत्र जाने लगे हैं


जिले के करीब नौ गांवों में नौ अगस्त से भू-गर्भीय हलचल से हो रहे जमीनी धमाकों की दहशत इतनी बढ़ गई है कि लोग गांव छोड़ कर अन्यत्र जाने लगे हैं। रविवार को भी ग्राम उमरिया के कु छ और परिवार घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। ज्ञात हो कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) नागपुर की टीम ने तीन गांवों में सिस्मोग्राफिक उपकरण लगाए हैं। इनकी रिपोर्ट सोमवार को आ सकती है।


ग्राम भमोरी, साकड़, मंदिल, उमरिया, राजीवगांधी नगर, टांडा, हरिबड़, सुराणा, भागसुर व नवलपुरा में जमीनी धमाके सुने जा रहे हैं। धमाकों के चलते कच्चे-पक्के मकानों में दरारें आना, प्लास्टर गिरना, कु एं से लगातार बुलबुले उठना आदि घटनाएं हो रही हैं। ग्रामीण रात को घरों से बाहर सो रहे हैं। दहशत के चलते ग्रामीणों का सामान्य कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। रविवार को भी दोपहर में आठ-दस बार धमाके सुनाई दिए। ग्राम उमरिया के लोगों की मानें तो 50 प्रतिशत से अधिक परिवार घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां रहने चले गए हैं। दयाराम पंचोले, बल्लू बामनिया, गिलदार सिंह सेत्या, कि शोर व हुकु म आदि अपने परिवारों के साथ गांव छोड़ कर रिश्तेदारों के यहां चले रहने गए।


 


धमाके से मकान में आई दरार


उमरिया के नानूराम राठौड़ ने बताया कि रविवार दोपहर दो बजे हुए तेज धमाके से घर की दीवार में दरार आ गई। इससे किसी भी दिन हादसा हो सकता है, इसलिए ग्रामीण अपना घर छोड़कर जा रहे हैं। पटवारी जगदीश नरगावे ने बताया कि जमीनी धमाके लगातार सुनाई दे रहे हैं।


 


तीन बार आ चुकी है जीएसआई की टीम


भू-गर्भीय हलचल व धमाकों की सूचना पर जीएसआई भोपाल, जबलपुर व नागपुर की टीमें तीन बार जिले में आ चुकी हैं। सबसे पहले गत 22 अगस्त को भोपाल-जबलपुर की तीन सदस्यी टीम ने क्षेत्र का दौरा कि या था। इस टीम में वरिष्ठ भूगर्भशास्त्री एमएस पठान, अरुण कु मार व सुमित अहिरवार शामिल थे। टीम द्वारा निरीक्षण कि ए जाने के दौरान भी जमीनी धमाके हुए थे। इस टीम की जांच रिपोर्ट गत 30 अगस्त को सामने आई। इस रिपोर्ट में जिले के करीब नौ गांवों में गत नौ अगस्त से हो रही भूगर्भीय हलचल का मुख्य कारण बारिश के पानी को बताया गया। वहीं और उच्चस्तरीय जांच की बात भी लिखी गई थी। साथ ही रिपोर्ट में भूकंपरोधी भवन बनाने की सिफारिश भी की गई।


 


नागपुर की टीम ने लगाए उपकरण


दो सितंबर को जीएसआई नागपुर की टीम ने तीन गांवों में उपकरण लगाए हैं। टीम में जीएसआई नागपुर के अक्षय जोशी व अनिता शामिल थे। टीम ने ग्राम मंदिल, झोलपिपरी व भागसुर में सिस्मोग्राफिक उपकरण लगाए थे। इसके बाद गत पांच सितंबर को नागपुर व भोपाल की संयुक्त टीम ने संबंधित ग्रामों का दौरा कि या। इस टीम में जीएसआई भूकंप डिवीजन नागपुर के सुप्रीटेंडिंग भूवैज्ञानिक डॉ. ध्रुव चक्रवर्ती, वरिष्ठ भूवैज्ञनिक अरुण कु मार भोपाल, वरिष्ठ भूवैज्ञानिक भूपेश उरकुड़े और आशिष बरसागड़े नागपुर शामिल थे। टीम ने अंजड़, भमोरी, मंदिल, उमरिया आदि ग्रामों का दौरा कि या था।


 


आज आ सकती है रिपोर्ट


लगातार धमाकों की सूचना पर रविवार को पहुंचे राजपुर एसडीएम वीरसिंह चौहान ने बताया कि लगातार धमाकों के डर से ग्रामीण घर छोड़कर जा रहे हैं। हम सभी प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं। वहीं जीएसआई द्वारा लगाए गए उपकरणों की रिपोर्ट सोमवार को आ सकती है। फिलहाल एनडीआरएफ की टीम को प्रभावित गांवों में पहुंचने के लिए कहा है


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