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कमलनाथ सरकार भोपाल में 17 सितंबर को संत समागम आयोजित करने जा रही है। इसमें प्रदेशभर से दो-ढाई हजार साधु-संत जुटेंगे


कमलनाथ सरकार भोपाल में 17 सितंबर को संत समागम आयोजित करने जा रही है। इसमें प्रदेशभर से दो-ढाई हजार साधु-संत जुटेंगे और मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने अपनी बात रखेंगे। मठ, मंदिर से संबंधित संतों की अपेक्षाओं और समस्याओं के समाधान की रूपरेखा भी इसी समागम में तय की जाएगी।


अध्यात्म मंत्री पीसी शर्मा ने पत्रकारवार्ता में इसकी जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मठ-मंदिर सलाहकार समिति के अध्यक्ष स्वामी सुबुद्धानंद, नर्मदा न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा उपस्थित रहेंगे।


 


 कंप्यूटर बाबा ने कहा कि 15 साल निकल गए पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कभी संतों को अपने पास नहीं बुलाया। कमलनाथ सरकार धर्म के साथ चल रही है। हमने संत-समागम करने की बात रखी तो सरकार ने तुरंत सहमति दे दी।


अच्छी बारिश से सुधरेगी अर्थव्यवस्था : शर्मा


 


 


मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है। पीने के पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। जल बिजली का उत्पादन भी बढ़ेगा। खेती में सुधार होगा। प्रदेश के 70 फीसदी लोग ग्रामीण क्षेत्रों में बसते हैं। अच्छी बारिश से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और खुशहाली आएगी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कमलनाथ सरकार पर बारिश न होने को लेकर किए तंज पर पलटवार करते हुए कहा कि अब उन्हें भी समझ आ गया हो कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के कदम प्रदेश के लिए कितने शुभ हैं।


 


होना ही चाहिए जनप्रतिनिधियों का सम्मान


 


 


एक सवाल के जवाब में मंत्री शर्मा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान होना ही चाहिए। कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो, जनप्रतिनिधि चाहे वो कोई भी हो, उसकी बात सुनी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री इसको लेकर सभी को पहले ही हिदायत दे चुके हैं। छतरपुर कलेक्टर मोहित बुंदस का मामला मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के संज्ञान में आ गया है।


यह भी बोले पीसी शर्मा


 


 


- गायों के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ चिंतित हैं।


 


 


- पत्रकार स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा का दायरा बढ़ाया गया है। अब तीन बच्चे होने पर भी बीमा होगा।


 


 


- मध्य प्रदेश के वे पत्रकार जो दिल्ली सहित अन्य प्रांतों में सेवाएं दे रहे हैं वे भी बीमा करा सकेंगे।


 


 


- 60 साल से अधिक आयु के पत्रकारों को अब 10 हजार रुपए सम्मान निधि दी जाएगी। अभी यह राशि सात हजार रुपए महीना है। जल्द ही कैबिनेट में इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगेगी


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