मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने स्कूल शिक्षा विभाग से प्रदेश के विद्युत कनेक्शन विहिन प्राइमरी व मिडिल स्कूलों की जानकारी मांगी है। मप्र शासन ने जो आंकड़े एमएचआरडी को भेजे हैं। वह चौंकाने वाले हैं। जहां स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए दिल्ली और साउथ कोरिया के एजुकेशन मॉडल को लागू करने का दावा कर रहा है। वहीं, प्रदेश भर के 60 फीसदी प्रायमरी और मिडिल स्कूल बिना बिजली कनेक्शन के संचालित हो रहे हैं।
जब विधान सभा व लोकसभा चुनाव के दौरान स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए तो बिजली व्यवस्था में मामूली 9 फीसदी सुधार हुआ। 2018-19 में प्रदेश भर में 1,13,110 सरकारी प्रायमरी और मिडिल स्कूल हैं। इनमें से 30.12 फीसदी स्कूलों में ही बिजली उपलब्ध थे। वहीं, 69.88 फीसदी स्कूल विद्युत सुविधा विहीन थे। वहीं चुनाव के दौरान विभाग द्वारा 25,329 स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए बजट जारी किया गया। इसके बावजूद अब भी प्रदेश के 68,902 (60.03%) स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं हो पाए हैं।
इधर, एमएचआरडी के सभी राज्यों के जारी आंकड़ों में मप्र में 32.58 फीसदी स्कूलों में बिजली है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र भेजकर स्कूलों में बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने की मांग की है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बिजली, पानी व शौचालय जैसी मूलभूत संसाधनों की भारी कमी है। ऐसे में शासन विदेश की तर्ज पर एजुकेशन मॉडल को कैसे लागू कर पाएंगे।
भोपाल की 664 शालाओं में बिजली नहीं
2017-18 में प्रदेश भर की 93,231 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं थे। इनमें से चुनाव के दौरान 25,329 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन की व्यवस्था के लिए राशि जारी की गई। भोपाल की विद्युत विहीन 855 प्रायमरी और मिडिल स्कूलों में से 191 स्कूलों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान बिजली की व्यवस्था होने के बाद भी 664 स्कूलों में अभी भी बिजली की व्यवस्था नहीं है।
बिजली के बिना कई स्मार्ट क्लास फेल
स्कूलों में बिजली के बिना कई योजनाएं फेल नजर आ रही है। इसमें स्मार्ट क्लास, लैब आदि कई सुविधाएं नहीं चल पा रही है।
आंकड़े एक नजर में
प्रदेश भर में प्रायमरी व मिडिल स्कूलों की संख्या -1,13,110
बिजली उपलब्ध होने वाले स्कूलों की संख्या - 34,069
बिजली सुविधा विहिन वाले स्कूलों की संख्या - 79,041
बिजली कनेक्शन न होने वाले स्कूलों की संख्या- 68,902
इन जिलों में बिजली विहिन स्कूलों की संख्या
भोपाल - 664
जबलपुर - 937
इंदौर - 374
ग्वालियर- 1177
छिंदवाड़ा- 2620
होशंगाबाद - 840
विदिशा - 2364
उज्जैन- 1630
सतना - 2270
सीहोर - 1069
बच्चों के भविष्य के प्रति शासन गंभीर हैं। हमने विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जितने भी बिजली विहिन स्कूल हैं वहां तत्काल व्यवस्था की जाए। जल्द ही सभी स्कूलों में बिजली कनेक्शन कराया जाएगा। - डॉ प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री
0 टिप्पणियाँ