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मध्यप्रदेश पेंगोलिन की तस्करी का अंतरराष्ट्रीय अड्डा बन गया है और बालाघाट शिकार का सेंटर नेपाल के रास्ते चीन तक हो रही पेंगोलिन की तस्करीर


बालाघाट। मध्यप्रदेश में पेंगोलिन के शिकार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कैंसर, अस्थमा की दवा ही नहीं दुर्बलता दूर करने वाली दवाओं में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। चीन में इसका सूप भी बेहद पसंद किया जाता है। मांग ज्यादा होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका शिकार और तस्करी की जा रही है। कई राज्यों में पेंगोलिन के शिकार और तस्करी के लिए बड़ा रैकेट काम कर रहा है। मप्र से नेपाल के रास्ते पेंगोलिन की तस्करी चीन तक हो रही है। मप्र पेंगोलिन की तस्करी का अंतरराष्ट्रीय अड्डा बन गया है और बालाघाट शिकार का सेंटर प्वाइंट।


164 आरोपित गिरफ्तार, 2 विदेशी नागरिक भी शामिल


बालाघाट में लांजी के जंगलों में महाराष्ट्र व छग के शिकारियों का गिरोह बड़े पैमाने पर पेंगोलिन का शिकार कर तस्करी कर रहा है। शिकार व तस्करी के मामले में अब तक 164 गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें 2 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।


कारोबार का लिंक


 



पेंगोलिन शल्क मप्र, छग, ओडिशा व आंध्र प्रदेश से खरीदे जाते हैं। इन्हें असम, मिजोरम व मेघालय में व्यापारियों को बेचा जाता है। यहां से म्यांमार से होते हुए चीन भेजा जाता है। इसकी म्यांमार, चीन, थाईलैंड, मलेशिया, हांगकांग, वियतनाम आदि देशों में अधिक मांग है।


पेंगोलिन का यह है उपयोग


जबड़ा-अनिद्रा, मानसिक रोग दूर करने की दवा के लिए उपयोग।


दांत- बुखार की दवा के लिए उपयोग


चर्बी- कुष्ठ रोग व वात की दवा में उपयोग।


नाक के ऊपर की चमड़ी- जख्म भरने की दवा में उपयोग


मस्तिष्क- आलस्य दूर करने की दवा में उपयोग।


आंख की पुतली- मिर्गी की दवा में उपयोग।


 


शल्क- दुर्बलता दूर करने की दवा में उपयोग।


शल्क सूप- चीन में इसके शल्क का सूप खूब पिया जाता है।


 


बाघ की खाल के बराबर कीमत में बिकता है शल्क


पेंगोलिन भी बाघ की तरह शेड्यूल-1 कैटेगरी का वन्य प्राणी है। इसके शल्क भी बाघ की खाल के बराबर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत रखते हैं। स्थानीय बाजार में 50 हजार रुपए किलो तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत डेढ़ से दो लाख रुपए प्रति किलो है। पिछले 10 सालों में इसकी तस्करी बढ़ी है।


 


केसों की स्थिति


- 13 केस रजिस्टर्ड, चार ट्रांसफर केस की एसटीएफ जांच कर रही है।


- पांच केस में एसटीएफ मदद कर रही है। अब तक एक मामले में सजा हुई है।


- बालाघाट में चार साल में 8 केस दर्ज हुए हैं।


12 राज्यों से कारोबार का लिंक


पेंगोलिन के शिकार और तस्करी से जुड़े लोगों के 12 राज्यों से लिंक मिले हैं। मप्र, उप्र, बंगाल, आंध्र प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, दिल्ली, मिजोरम, सिक्किम, ओडिशा से अब तक 158 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें चीन से 2 और 5 आरोपित म्यांमार से गिरफ्तार हुए हैं



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