पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर मानवीय आधार पर 550 कैदियों को रिहा करेगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों से समाज को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है। सीएम ने कहा 550वां प्रकाश पर्व प्रथम सिख गुरु की दया की विचारधारा का पालन करने और 550 कैदियों को रिहा करने का आदर्श मौका है।
अमरिंदर सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा- देश भर में नौ सिख कैदियों को विशेष छूट देने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने टाडा कैदियों की रिहाई के लिए राज्य की याचिका को स्वीकार करने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली थी और जिनकी रिहाई को पंजाब या देश की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा नहीं माना गया था।
अमरिंदर सिंह की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब केंद्र सरकार ने देशभर की विभिन्न जेलों में बंद आठ सिख कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है। इन लोगों को पंजाब में उग्रवाद के समय में अपराध करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। वहीं, एक अन्य सिख कैदी की मौत की सजा को आजीवन कारावास की सजा में बदल दिया गया है। पंजाब के सीएम ने 14 सितंबर को लिखे पत्र में गृह मंत्री अमित शाह से राज्य सरकार के औपचारिक प्रस्ताव को मानवीय आधार पर सद्भावना के संकेत के रूप में स्वीकार करने का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा कि इन कैदियों ने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है और अब वे बूढ़े हो गए हैं। अपने परिवारों के साथ फिर से जुड़ने का उन्हें मौका मिलना चाहिए, ताकि वे अपने जीवन का बाकी समय अपने परिजनों के साथ बिता सकें। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी इस घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह को धन्यवाद दिया।
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