भोपाल मेट्रो रेल के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे भोज मेट्रो के नाम से पहचाने जाने की घोषणा की। इस घोषणा को लेकर कांग्रेस पार्टी के विधायक आरिफ मसूद ने ही विरोध जताया। मेट्रो रेल का नाम भोज मेट्रो रखे जाने को लेकर उन्होंने अपनी अस्वीकृति जाहिर की। इसी दौरान वे, मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों के मंच पर बैठे रहने के बावजूद, वहां से चले गए।
इस घटना की चर्चा आयोजन स्थल पर रही। उल्लेखनीय है कि भोपाल में एक बैठक के दौरान भी विधायक अपनी मनमानी पर अड़े हुए थे। किसी मसले पर बात नहीं बनने पर वे उठकर चले गए थे। अब मेट्रो रेल के शिलान्यास पर भी उन्होंने इसी तरह के तेवर दिखाए।
मेट्रो रेल का शिलान्यास करने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस परियोजना के शिलान्यास अवसर पर मुझे बहुत खुशी हुई। आज मध्यप्रदेश का एक इतिहास बनने जा रहा है। युवा अवस्था में जब हम लोग भोपाल आते थे तो यहां की झील में गंदगी देखकर दुख होता था।
कालांतर में मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री बना, तब इस लेक के रखरखाव के लिए रुपए आवंटित किए थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए मुझे यह अनुभव हुआ कि जब मेट्रो रेल जयपुर में, दिल्ली में चल सकती है तो फिर भोपाल में क्यों नहीं चलाई जा सकती है।
उन्होंने भोपाल के मेयर से अपील की कि आप यहां के लोगों की मदद करें, आप दिल्ली जाएं और केंद्र सरकार से मदद की अपील करें। उन्होंने कहा कि भोपाल का मास्टर प्लान ऐसा हो कि इस शहर को सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए भोपाल को फैलाने की जरूरत है। इंदौर को भी हमें फैलाना होगा। जिससे इन शहरों में सुविधाजनक विकास हो।
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