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62 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक पर शिप्रा किनारे साफ करने का जुनून सवार है


दीपावली से पहले जहां सारा शहर अपने घर-आंगन की साफ-सफाई में जुटा है। वहीं शहर के 62 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक पर शिप्रा किनारे साफ करने का जुनून सवार है। वे शिप्रा किनारे पेड़-पौधों में उलझी पॉलीथिन चुन-चुन कर नगर निगम के हवाले कर रहे हैं। पिछले पांच दिनों में वे अपने कुछ साथियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर पांच क्विंटल से अधिक पॉलीथिन निगम को निष्पादन के लिए सौंप चुके हैं। वरिष्ठ नागरिक हैं राजीव पाहवा, जिन्हें पूरा शहर पर्यावरण रक्षक के नाम से भी जानता है। हाल ही में अतिवृष्टि के कारण शिप्रा लंबे समय तक उफान पर रही। बहाव के साथ आई पॉलीथिन पानी उतरने पर शिप्रा किनारे लगे पेड़-पौधों में उलझ गईं।


पाहवा ने इस हरे-भरे क्षेत्र की की सुंदरता बिगड़ती देखी तो पेड़-पौधों से पॉलीथिन हटाने का बीड़ा उठाया। 19 अक्टूबर से उन्होंने यह मुहिम शुरू की। उन्हें देख स्कूल के कुछ विद्यार्थी और फेसबुक पेज 'उज्जैन वाले' के कुछ साथी भी जुड़ गए। पांच दिन लगातार एक से डेढ़ घंटे मेहनत कर पांच क्विंटल पॉलीथिन एकत्र की गई, जिन्हें बोरियों में भरकर नगर निगम को सौंप दिया गया


अभियान जारी रहेगा


राजीव पाहवा बताते हैं कि अगले दो-तीन दिन वे सफाई अभियान और चलाएंगे। इस कार्य में उन्हें दिलीप पंवार, ओमप्रकाश तिवारी, उमेश गुप्ता, अमिताभ पांडे, हर्षना भाटिया, दीपिका राठौर, अनु पाटीदार, ग्लोबल कंपनी के मुकेश जानी और डिवाइन संस्था के जितेंद्र गुज्जरवाड़िया का भरपूर सहयोग मिला


पूर्व में भी कई प्रयास


राजीव पाहवा पर्यावरण संरक्षण और शिप्रा को सदानीरा बनाने के लिए पूर्व में भी कई प्रयास भी कर चुके हैं। मिट्टी का कटाव रोकने और शिप्रा के किनारे ग्रीन कॉरिडोर विकसित करने के उद्देश्य से वे लगातार दो साल से वर्षाकाल से पूर्व इंदौर रोड स्थित एक निजी होटल के पीछे खाली जमीन पर वृहद पौधारोपण कर रहे हैं


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