भले ही छह लेन एक्सप्रेस वे से सरकार ने लागत को देखते हुए हाथ पीछे खींच लिए हों पर देवास-सोनकच्छ के बीच इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित करने की योजना लागू होगी। इसका प्रोजेक्ट सलाहकार तैयार करेंगे। करीब बीस हजार एकड़ में तीन चरणों में यह टाउनशिप विकसित होगी। इसमें उद्योगों की हर जरूरत को मद्देनजर चीजें होंगी।
प्रमुख सचिव उद्योग डॉ.राजेश राजोरा का कहना है कि छह लेन एक्सप्रेस वे पर जहां इंडस्ट्रियल टाउनशिप प्रस्तावित की गई है, उसका एक हिस्सा मौजूदा भोपाल-इंदौर हाईवे से लगा हुआ है। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में अगले पांच साल में नए उद्योगों के लिए जमीन कम पड़ेगी। उद्योगों की जरूरतों को देखते हुए इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने की योजना है। इसको लेकर ठोस काम भी शुरू हो गया है। कार्ययोजना तैयार करने के लिए सलाहकार का चयन राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है। प्रस्तावित कार्ययोजना के मुताबिक देवास और इच्छावर के बीच 20 हजार एकड़ में तीन चरणों में टाउनशिप बनेगी। इसमें उद्योगों के लिए विकसित जगह, शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, आवासीय क्षेत्र सहित अन्य सुविधाएं होंगी। इसके अलावा कनेक्टिविटी पर भी जोर रहेगा। इंदौर एयरपोर्ट पर कार्गो की सुविधा शुरू होने से प्रस्तावित इंस्ट्रियल कॉरिडोर को फायदा होगा। इसके अलावा मुंबई-दिल्ली इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से भी इस योजना को लाभ मिलेगा। खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर है और इसे अमलीजामा पहनाने के लिए उच्च स्तरीय तकनीकी सहयोग लेने की कोशिशें चल रही है। उद्योग विभाग ने इस प्रस्तावित योजना पर तेजी से काम भी शुरू कर दिया है
मुख्य सचिव ने की समीक्षा
उधर, मुख्य सचिव सुधिरंजन मोहंती ने मैग्निफिसेंट एमपी से जुड़े प्रमुख विभागों के अधिकारियों के साथ तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से नीति व नियमों में किए जाने वाले संशोधन, निवेश के प्रस्ताव सहित अतिथियों को लेकर बात की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगली कैबिनेट बैठक में जो भी संशोधन प्रस्तावित हैं, वे सभी विचार-विमर्श करके लाए जाएं
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