किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने या सोने-चांदी के आभूषण की खरीदी के लिए अति शुभ माने जाने वाले पुष्य नक्षत्र का संयोग इस बार धनतेरस से पहले लगातार दो दिन पड़ रहा है। 21 अक्टूबर सोमवार को सोम पुष्य नक्षत्र और 22 अक्टूबर मंगलवार को भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इस शुभ मुहूर्त में सोना, चांदी और सभी तरह की वस्तुएं खरीदना शुभ फलदायी होगा। शास्त्रोक्त मान्यता के अनुसार नक्षत्रों के राजा माने जाने वाले पुष्य नक्षत्र का सोम और भौम पुष्य नक्षत्र के रूप में पड़ना सुख समृद्धि का कारक बनेगा। इस दिन जमीन, जायदाद, सोना, चांदी, तांबा की खरीदारी करने से सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि होती है। इनके अलावा मकान, वाहन, इलेक्ट्रानिक्स समेत अन्य सामान की खरीदारी करना भी अति शुभ फलदायी माना जाता है।
हर कार्य होंगे सिद्ध
ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार धनतेरस से पहले लोग दो दिन तक पुष्य नक्षत्र के संयोग में खरीदारी कर सकेंगे। इस दौरान की गई हर खरीदी चिर स्थायी होगी। ज्योतिष शास्त्र में इस मुहूर्त को अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस महामुहूर्त में किए गए सभी काम पूरे तो होते ही है, साथ ही बहुत जल्दी उनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते है। माना जाता है कि इस मुहूर्त में हर काम सिद्घ हो जाते हैं।
खरीदी गई वस्तु अमरता को प्राप्त करती है
कार्तिक कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि एक साथ पड़ रही है। 21 अक्टूबर सोमवार की शाम 5.31 बजे तक पुनर्वसु नक्षत्र है। इसके पश्चात पुष्य नक्षत्र लग रहा है। शाम का समय प्रदोष काल होता है और इस समय पुष्य नक्षत्र लग रहा है अतः यह सोम पुष्य योग होगा। पुष्य नक्षत्र जो है वह शनि प्रधान नक्षत्र है लेकिन उसकी प्रकृति बृहस्पति, गुरु जैसी होती है। पुष्य को अमरेज्य भी कहा जाता है अर्थात वह नक्षत्र जिसमें खरीदी गई हर वस्तु अमरता को प्राप्त करती है।
लक्ष्मी प्राप्ति का योग
सोमवार को पुष्य नक्षत्र का पड़ना इस बात का संकेत है कि इस दिन खरीदी गई हर वस्तु शुभता तो लाएगी ही लाएगी साथ ही साथ वह वस्तु जीवन में प्रगति भी प्रदान करेगी। इस दिन सोना, चांदी खरीदने से धनतेरस से पूर्व ही लक्ष्मी प्राप्ति का योग बनेगा।
मंगलवार को शाम तक पुष्य नक्षत्र
इसी तरह 22 अक्टूबर मंगलवार को शाम 4.38 बजे तक पुष्य नक्षत्र है, इसे भौम पुष्य कहा जाता है। इस दिन भी तांबा, चांदी, सोना, भूमि खरीदने से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
शिव के साथ करें लक्ष्मी पूजन
सोम और भौम पुष्य नक्षत्र में शिवजी के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करके खरीदे गए आभूषण अथवा जमीन-जायदाद के कागजात अर्पित करें। दिवाली के दिन भी उन चीजों को अर्पित करने से घर में बरकत बढ़ेगी।
सभी राशि वालों के लिए शुभ
पुष्य नक्षत्र सभी राशि वालों के लिए सुख-समृद्धि लेकर आएगा। कोई भी राशि वाला व्यक्ति अपनी सुविधानुसार सभी तरह की धातुएं खरीद सकता है। यदि किसी को आर्थिक परेशानी है तो वह अंश मात्र को ही सही सोना, चांदी की खरीदी अवश्य करे तो आने वाला समय उसके लिए शुभकारी साबित होगा
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