दिवाली की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हर कोई मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय कर रहा है। 27 अक्टूबर, रविवार को विशेष मुहूर्त में पूजन किया जाएगा। ज्योतिष कहता है कि हर व्यक्ति को अपनी राशि के हिसाब से कुछ खास बातों का ध्यान रखते हुए माता लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। पढ़िए इसी बारे में -
ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): मेष राशि वाले 'ॐ श्रीं श्रिये नमः' मंत्र के साथ लक्ष्मीजी का पूजन करें। पूजन सामग्री में गुलाब का इत्र अवश्य शामिल करें। जिन लोगों ने लोन ले रखा है, वे श्रीयंत्र को सामने रखकर पूजा करें, उन्हें इस कर्ज से शीघ्र मुक्ति मिलेगी
TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): वृष राशि वालों के लिए 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्षम्ये नमः' मंत्र है। इसकी 11 माला जपें। पूजा में कमल का फूल शामिल करें। काले तिल भी रखें। लक्ष्मी पूजन के बाद हर शुक्रवार को व्रत रखने और लक्ष्मीजी का पूजन करने का संकल्प लें।
GEMINI (21 मई – 20 जून): 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये, प्रसीद प्रसीद श्रीं ॐ महालक्षम्ये नमः' मंत्र का जाप करते हुए विधि-विधान से पूजा करें, लक्ष्मीजी अवश्य प्रसन्न होंगी। धनिया और चमेली का इत्र पूजा में शामिल करें। लक्ष्मीजी के साथ ही गणेशजी का पूजन करें
CANCER (21 जून – 22 जुलाई): गुड़ और धनिया को पूजन सामग्री में शामिल करते हुए 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं नमः' का जाप करते हुए शुभ मुहूर्त में पूजा करें। सूर्य यंत्र की स्थापना करें और एक वर्ष तक उसकी पूजा करें, घर में सम्पन्नता बनी रहेगी।
LEO (23 जुलाई – 22 अगस्त): सिंह राशि वाले 'ॐ ऐं ह्रीं ऐं नमः' मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। पूजन सामग्री में चमेली का फूल और लाल चुनरी अवश्य शामिल करें। लक्ष्मीजी के साथ ही भगवान विष्णुजी की पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है
VIRGO (23 अगस्त– 22 सितंबर): कन्या राशि वाले लोग काले तिल और कमल गट्टे से पूजा करें। 'ॐ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रीं ऐं नमः' मंत्र का जाप करें।
LIBRA (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): तुला राशि वाले 'ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्' मंत्र का जाप करते हुए शुभ मुहूर्त में पूजा करें। गुलाब पुष्प, गुलाब इत्र और अनार को पूजा में शामिल करें। अपने घर के मंदिर में श्रीयंत्र की प्रतिष्ठा करें और नित्य पूजा करें
SCORPIO (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): वृश्चिक राशि वालों का मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं अष्टलक्ष्मयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा' है। लक्ष्मी पूजन में लाल वस्त्र और चमेली का इत्र शामिल करें। मंगल यंत्र को सामने रखकर पूजा करें, कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
SAGITTARIUS (22 नवंबर– 21 दिसंबर): धनु राशि वालों के लिए 'ॐ ऐं ह्रीं ऐं नमः' मंत्र है। अनार, शहद, गुलाब के इत्र के साथ दिवाली की रात पूजा करें। घर पर मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा
CAPRICORN (22 दिसंबर – 19 जनवरी): ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नम: मंत्र का जाप करने से मकर राशि वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी। पूजा में नीला कपड़ा, धानी और पताशे शामिल करने हैं। तेल का दीपक जलाते हुए शनि मंत्रों का जाप भी शुभ फलदायी रहेगा।
AQUARIUS (20 जनवरी – 18 फरवरी): कुंभ राशि वाले ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नम: मंत्र का नित्य जाप करें। दिवाली वाले दिन कमल के फूल, नारियल और चमेली के इत्र के साथ पूजा करें। इस दिन घर व्यवस्थित रखें। टूटी चीजें बाहर निकाल दें।
PISCES (19 फरवरी – 20 मार्च): मीन राशि वाले 'ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं श्रिये नमः' मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। हल्दी की गांठ, गुड़, धनिया, लौंग, इलायची, कपूर के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करें
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