उप्र पुलिस ने हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के दोनों फरार हत्यारों का सुराग देने पर ढाई-ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। इस बीच हत्या की साजिश रचने के आरोप में सूरत से गिरफ्तार तीनों आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। जांच के दौरान पता चला था कि दोनों हत्यारे 17 अक्टूबर को शेख अशफाक हुसैन और मोईनुद्दीन पठान के नाम से लखनऊ की होटल में आकर ठहरे थे। हत्या के दिन दोनों भगवा कुर्ता पहनकर और हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर होटल के बाहर गए थे। डिब्बे में मिठाई नहीं बल्कि हथियार थे। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कराने वाले को ढाई-ढाई लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
एसआईटी कर रही है जांच
45 वर्षीय तिवारी हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष थे। उनकी गत शुक्रवार को लखनऊ के नाका हिंडोला इलाके में स्थित घर में उक्त दोनों हत्यारों ने नृशंस हत्या कर दी थी। वह मिठाई खिलाने के बहाने तिवारी से मिलने पहुंचे थे। मामले की जांच एसआईटी को सौंपी जा चुकी है।
हत्या की साजिश के मामले में सूरत के तीन लोगों समेत कुल पांच हिरासत में लिए गए हैं। रविवार को गुजरात की एक कोर्ट ने सूरत में गिरफ्तार तीनों व्यक्तियों को ट्रांजिट रिमांड पर उप्र पुलिस को सौंप दिया। कोर्ट ने आरोपित मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर सौंपा है। पुलिस लखनऊ की होटल से चाकू व खून से सने भगवा व लाल कुर्ते बरामद कर चुकी है
फर्जी फेसबुक अकाउंट से जुड़े
इस बीच नया खुलासा हुआ है कि हत्यारों ने फेसबुक पर अपने फर्जी अकाउंट के जरिए तिवारी को मित्र बनाया था। एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि हमलावर अशफाक हुसैन ने रोहित सोलंकी के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया था। फेसबुक पर दोस्ती के बाद ही तिवारी ने 'सोलंकी को 18 अक्टूबर को मुलाकात का वक्त दिया था। हुसैन व पठान इसी दिन तिवारी के घर पहुंचे और उन्हें मार डाला
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