उज्जैन। मंगलग्रह की जन्मस्थली कहे जाने वाले मंगलनाथ मंदिर में मंगलवार को भाईदूज पर अन्नकूट मगाया जाएगा। शाम 4 बजे तक संध्या आरती संपन्न् होगी। पुजारी आतिशबाजी कर दीपोत्सव मनाएंगे। रात 11 बजे तक अन्नकूट दर्शन होंगे। भक्तों को नुक्ती महाप्रसादी का वितरण होगा। पं.महेंद्र भारती ने बताया कि मंदिर की परंपरा अनुसार दीपावली के बाद आने वाले पहले मंगलवार को अन्नकूट लगाया जाता है। इस बार संयोग से भाईदूज के दिन पहला मंगलवार आ रहा है। इस दिन भगवान मंगलनाथ को अन्न्कूट लगाया जाएगा। सुबह 4 बजे मंदिर के पट खुलेंगे। पश्चात भगवान का पंचामृत अभिषेक पूजन कर मंगला आरती की जाएगी। इसके बाद भातपूजन का सिलसिला शुरू होगा। शाम को संध्या आरती के बाद अन्नकूट सजाया जाएगा।
दोपहर 2 बजे तक होगी भातपूजा
मंगलनाथ मंदिर में देश-विदेश से भक्त भातपूजा कराने आते हैं। आम दिनों में प्रतिदिन शाम 4 बजे तक भातपूजा होती है। 29 अक्टूबर मंगलवार को मंदिर में अन्नकूट होने से दोपहर 2 बजे तक भातपूजा होगी। मंदिर प्रशासक नरेंद्रसिंह राठौर ने बताया मंदिर के पुजारी, पुरोहितों को इसकी जानकारी दे दी है। दोपहर 2 बजे भातपूजा का क्रम थमने के बाद मंदिर की सफाई उपरांत संध्या आरती होगी। शाम 4 बजे तक संध्या आरती का समय निर्धारित किया है।
पंचपरमेश्वर को सुबह 6 बजे लगेगा अन्नकूट मंगलनाथ मंदिर परिसर स्थित श्री पंचपरमेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 6 बजे अन्नकूट लगेगा। भक्त दिनभर दर्शन कर सकेंगे। सुबह से शाम 4 बजे तक महाप्रसादी का वितरण होगा।
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