गुजरात में शराबबंदी है। यहां पर पुलिस द्वारा बरामद होनेवाली शराब पर बुलडोजर फिराकर नाश किया जाता है तो वहीं अब इस बदलते जमाने में यहांं खारक से शराब बनाने पर विचार किया जा रहा है। कच्छ की सरहद डेयरी अब किसानों को आर्थिक तौर पर मदद करने के लिए दूध के साथ ही खारेक खरीदकर उससे शराब बनाने की योजना तैयार कर रही है। इससे किसानों की खराब हुई खारक की खपत हो जायेगी। यह सरहद डेयरी का किसानों को फायदा कराने की योजना के तहत होगा।
सरहद डेयरी ने कुदरती तौर पर खराब हो जाने वाले खारक से शराब बनाने की योजना पर विचार कर रही है। कच्छ की यह डेयरी अमूल के साथ सम्बद्ध होकर प्रतिदिन दो लाख लीटर दूध एकत्र कर रही है। यह डेयरी भविष्य में यह क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रही है। वह अंजार के पास एक नया यूनिट स्थापित करेगी।
यह डेयरी कच्छ के किसानों को दूध के अतिरिक्त एक अन्य योजना से आर्थिक फायदा पहुँचाने पर विचार कर रही है। बेमौसमी बरसात के कारण यहाँ के खारक खराब होने लगता है। इससे किसानों को आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। इससे बचने के लिए सरहद डेयरी खराब हुए खारक से शराब बनाने की योजना पर विचार कर रही है।
यह प्लांट राज्य से लगे हुए अन्य राज्य में स्थापित किया जायेगा। इससे किसानों की सड़ी हुई सब्जी और खारक से होनेवाले नुकसान से बचाया जा सकेगा। इसके लिए फ्रूट कॉओपरेटिव सोसायटी की स्थापना की जायेगी। इस प्रकार शराबबंदी वाले गुजरात में शराब बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।
0 टिप्पणियाँ