दिल्ली के निर्भया कांड की पुनरावृत्ति एक बार फिर हैदराबाद में दिखी है। हैवानियत की पराकाष्ठा से आगे जाते हुए यहां कुछ लोगों ने एक युवा महिला पशु चिकित्सक (27) के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे जिंदा ही जला दिया। इसके बाद उसकी अधजली लाश को पुल से नीचे फेंक दिया गया। जिस तरह निर्भया को मदद का भरोसा देकर बस में बैठा लिया गया था, उसी तरह मदद का झांसा यहां भी देकर इंसानियत को शर्मसार कर दिया गया
शादनगर थाने में हुई इस घटना के प्रकाश में आने के बाद शुक्रवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पेशे से ट्रक ड्राइवर और उसके सहायक हैं। इस पशु चिकित्सक का शव शादनगर के बाहरी इलाके में हैदराबाद-बंगलूरू राजमार्ग पर बने एक पुल के नीचे बृहस्पतिवार को बरामद हुआ था
इस पीड़िता की छोटी बहन ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा था कि बुधवार रात नौ बजकर 22 मिनट पर उसकी इस बड़ी बहन से बात हुई थी और उसने कहा था कि वह एक टोल प्लाजा के पास है और किसी ने उसकी स्कूटी के टायर की हवा निकली होने की बात कह कर मदद की पेशकश की थी। जब छोटी बहन ने दोबारा नौ बजकर 44 मिनट पर फोन किया तो उसका फोन बंद आ रहा था। पीड़िता का शव टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर पाया गया।
चार आरोपी हिरासत में
साइबराबाद पुलिस ने कहा कि जांच के बाद चार आरोपियों को पुलिस कस्टडी में लिया गया है। इनके नाम हैं- मोहम्मद आरिफ, जोल्लु शिवा, जोल्लु नवीन और चिंताकुंता। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने की कोशिश होगी
सियासी बयानबाजी
इस मामले पर सियासी बयानबाजी भी सुनने को मिली। तेलंगाना के गृह मंत्री मो. महमूद अली ने कहा कि हम इस घटना से दुखी हैं, पुलिस अलर्ट है और अपराध को नियंत्रित कर रही है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने 100 नंबर पर डायल करने की बजाय अपनी बहन को फोन किया। अगर ऐसा होता तो उन्हें बचाया जा सकता था
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