भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच गुरुवार से इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होने की वजह से इस सीरीज का महत्व बढ़ गया है। इस चैंपियनशिप में अभी तक अपराजेय चल रही टीम इंडिया बांग्लादेश का सफाया कर अपनी बढ़त को बनाए रखना चाहेगी। भारत को अपने स्पिनरों से उम्मीदें रहेंगी और उसके प्रमुख स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की इस स्टेडियम से सुनहरी यादें जुड़ी हुई है। अश्विन ने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंदौर में ही किया था और वे उसे दोहराने को बेताब रहेंगे।
होलकर स्टेडियम में इससे पहले एकमात्र टेस्ट मैच 8 से 11 अक्टूबर 2016 तक भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। यह उस सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच था और भारत ने उसे 321 रनों से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में कीवी टीम का 3-0 से सफाया किया था। अश्विन ने इस मैच में 13 विकेट लेते हुए भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंदौर में :
33 वर्षीय अश्विन अपने 8 साल के टेस्ट करियर में 68 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने इस दौरान 25.43 की औसत से 357 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट क्रिकेट में संयुक्त रूप से सबसे तेजी से 350 विकेट पूरे करने वाले अश्विन ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंदौर में किया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैच में अश्विन ने दूसरी पारी में 59 रनों पर 7 विकेट लिए थे, जो उनका टेस्ट करियर में किसी पारी में बेस्ट प्रदर्शन रहा है। उन्होंने इस मैच में पहली पारी में 81 रनों पर 6 विकेट लिए थे। इस तरह उन्होंने मैच में कुल 140 रनों पर 13 विकेट लिए थे, जो किसी टेस्ट मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। इंदौर की पिच स्पिनरों की मददगार रहती है और अश्विन इस बार भी बांग्लादेशी टीम के खिलाफ दमदार खेल दिखाना चाहेंगे, वैसे इतना अवश्य है कि कीवी टीम की तुलना में बांग्लादेशी बल्लेबाज स्पिनरों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ ऐसा रहा प्रदर्शन :
अश्विन टेस्ट पारी में 27 बार पांच या ज्यादा विकेट ले चुके हैं। वे 7 बार टेस्ट मैच में 10 या ज्यादा विकेट अपने नाम कर चुके हैं। अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने इस टीम के खिलाफ 24.18 की औसत से 11 विकेट लिए हैं। उनका इस टीम के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 87 रनों पर 5 विकेट रहा है जो उन्होंने फतुल्लाह में जून 2015 में किया था।
अश्विन को वेस्टइंडीज दौरे पर टीम में होने के बावजूद खेलने का मौका नहीं मिल पाया था। उन्हें इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछली घरेलू टेस्ट सीरीज के तीनों मैचों में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था। उन्होंने इसका लाभ उठाते हुए तीन मैचों की सीरीज में 15 विकेट हासिल कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
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