मातोश्री से निकलकर महाराष्ट्र की सत्ता के शीर्ष सिंहासन पर बैठने वाले ठाकरे परिवार के उद्धव ठाकरे ने गुरुवार रात शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण कर ना सिर्फ इतिहास रचा है बल्कि एक नई राजनीति की शुरुआत भी की है। अब तक सत्ता में रहते हुए संवैधानिक पदों से दूर रही शिवसेना ने जब कदम बढ़ाया तो सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गई। शपथ ग्रहण के बाद अब उद्धव ठाकरे आज राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपना कामकाज संभालेंगे। शपथ ग्रहण के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपनी कैबिनेट की पहली बैठक की। बैठक के बाद उद्धव ने बताया, कैबिनेट ने पहला फैसला रायगढ़ किले के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये मंजूर करने का लिया है। रायगढ़ छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी हुआ करती थी
उद्धव आज कार्यभार संभालेंगे और संभव है कि अगले एक या दो दिन में वो किसानों को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। इसकी घोषणा उन्होंने गुरुवार को ही शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए कर दी थी।
शपथ ग्रहण के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपनी कैबिनेट की पहली बैठक की। बैठक के बाद उद्धव ने बताया, कैबिनेट ने पहला फैसला रायगढ़ किले के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये मंजूर करने का लिया है।
उद्धव के शपथ ग्रहण में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी शामिल नहीं हुए लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने लिखा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर उद्धव ठाकरे जी को बधाई। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी लगन से काम करेंगे।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण से पहले महाविकास अघाड़ी ने अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) की घोषणा की। साझा कार्यक्रम में किसानों के लिए संपूर्ण कर्ज माफी के साथ-साथ सीएमपी में नौकरियों में स्थानीय लोगों को 80 फीसद आरक्षण और विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पदों पर तुरंत भर्ती का वादा किया गया है।
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को शिवाजी पार्क मैदान पर राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर ली। शपथ के बाद उन्होंने जनता के सामने नतमस्तक होकर उसका धन्यवाद किया। उनके शपथ ग्रहण को भव्य बनाया गया था
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