रतलाम रेल मंडल से चलने वाली ट्रेनों में यात्री अब शॉपिंग का आनंद ले सकेंगे। महू और इंदौर से चलने वाली 24 ट्रेनों के यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके लिए टेंडर हो चुके हैं और इंदौर की वोकेनो लाइफ स्टाइल प्रालि को दो साल के लिए काम सौंपा गया है। योजना के तहत फर्म के कर्मचारी हर कोच में छोटी-छोटी 3-4 लॉरी में सामान बेचेंगे। इस से रेलवे को सालाना छह लाख रुपए की आय होगी। इससे अवैध वेंडिंग पर रोक लग सकेगी। सब कुछ ठीक चला तो सेवा एक से डेढ़ माह में शुरू हो सकती है। मंडल के सीनियर डीसीएम सुनील कुमार मीणा और सीएमआई बाबर कुरैशी ने करीब तीन माह में योजना की रूपरेखा तैयार की। बाद में प्रस्ताव डीआरएम के सामने रखा गया। अधिकारियों के अनुसार मंडल में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग होगा। पश्चिम रेलवे जोन स्तर पर भी इसे लागू किया जाएगा।
केटरिंग सामग्री नहीं
ऑन बोर्ड शॉपिंग योजना फिलहाल महू और इंदौर से चलने वाली मालवा एक्सप्रेस, अवंतिका एक्सप्रेस, इंदौर पटना, इंदौर-पुणे सहित 24 ट्रेनों में लागू किया जाएगा। हर ट्रेन में तीन से चार ट्रॉलियां होंगी। इसमें फर्म से जुड़े कर्मचारी यात्रियों के लिए सौंदर्य प्रसाधन के सामान, कांच, तेल, कंघा, टूथपेस्ट, टूथ ब्रश, साबुन जैसी अन्य जरूरी सामग्री बिक्री उपलब्ध करवाएंगे। इसमें फिलहाल कैटरिंग से जुड़ी सामग्री बेचना प्रतिबंधित रहेगा। योजना में फर्म के कर्मचारियों को टिकट लेकर ट्रेनों में चढ़ने की बाध्यता रखी गई है। हर ट्रेन में 3 से 4 कर्मचारी होंगे। उन्हें शुरुआत से गंतव्य स्टेशन तक का जनरल श्रेणी का टिकट लेना होगा।
ऑन बोर्ड शॉपिंग योजना को रतलाम रेल मंडल में लागू किया जा रहा है। जल्द ही यात्रियों को चलती ट्रेनों में शॉपिंग का लाभ मिलने लगेगा। रेल मंडल में इस तरह का यह पहला प्रयोग होगा। -विनीत गुप्ता, डीआरएम, रतलाम
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