अहमदाबाद। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध के लिए गुरुवार को सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारी देखते ही देखते हिंसक हो गए। इसके बाद तो अहमदाबाद व राज्य के अन्य शहरों में जो उपद्रव हुआ उसे देखकर लोगों की रूह कांप गई। सड़कों पर हाथों पर पत्थर लिए उपद्रवियों ने जिस तरह पुलिस और सरकारी संपत्ति को निशाना बनाया उससे भारी नुकसान हुआ है।
हाथों में तिरंगा व नारे लिखी तख्तियां लेकर अहमदाबाद, बनासकांठा सहित कई स्थलों पर प्रदर्शन के लिए उतरे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया वहीं पुलिस ने भी उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया तथा आंसूगैस के गोले छोड़े। इस हिंसक प्रदर्शन में जहां कईं प्रदर्शनकारियों को चोट आई है वहीं 20 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। पुलिस ने हिंसा करने वाले 50 से अधिक की धरपकड़ की है। खबर है कि पुलिस ने हिंसा के मामले में 5 हजार लोगों पर केस दर्ज किया है
अहमदाबाद के शाहआलम व बनासकांठा के वडगाम छापी में बड़ी संख्या में मुस्लिम युवकों ने नागरिकता संशोधन कानून व नेशनल सिटीजन रजिस्टर के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने कहीं लाठीचार्ज किया तो कहीं आंसू गैस के गोले दागने पडे़। पथराव के चलते करीब 20 पुलिसकर्मी व मीडियाकर्मी घायल हो गए जिन्हें बाद में अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद खबर है कि अब पुलिस ने इस हिंसा के मामले में 5 हजार लोगों के खिलाफ पुलिस के खिलाफ हिंसा और हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ है
गुरुवार को अल्पसंख्यक अधिकार मंच, अहमदाबाद ऑटो एसोसिएशन, जामा मस्जिद बाजार तीन दरवाजा, मजदूर कांग्रेस संगठन सहित कई सामाजिक संग्ठनों ने गुरुवार को अशफाक उल्लाह खान व रामप्रसाद बिस्मिल के शहादत दिवस पर अहमदाबाद, वडोदरा, गोधरा, पंचमहाल में बंद का ऐलान किया गया था। निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अपने विधानसभा क्षेत्र वडगाम में बड़ी संख्या में लोगोंके साथ विरोध प्रदर्शन किया। वडगाम के छापी में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार को उठा लिया वहीं अहमदाबाद में कई जगह पुलिस व सरकारी बसों पर पथराव किया गया
इससे पहले विरोध जताने केलिए बड़ी संख्या में महिला पुरुष व युवा सरदार बाग, लाल दरवाजा शाहआलम में सड़कों पर उतरे। मंगलवार को अहमदाबाद की जामा मस्जिद के मुफ़्ती शब्बीर मौहम्मद ने नागरिकता कानून व एनसीआर के विरोध में प्रदर्शन के लिए बैठक बुलाई थी। वडोदरा, गोधरा, पंचमहाल, पालनपुर, हिम्मतनगर में भी प्रदर्शन के समाचार हैं।
पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने कहा है कि अहमदाबाद के पूर्वी इलाकेमें बंद का असर था, कई प्रदर्शनकारी व पुलिस में झडप हुई है। दोनों पक्ष के लोगों को चोटें आई है, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में व शांतिपूर्ण है। सामाजिक कार्यकर्ता शमशाद पठान सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को ऐहतियातन हिरासत में लिया गया। ग्रह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ग्रहमंत्री अमित शाह ने देशहित में कानून बनाए हैं। कांग्रेस व कुछ संगठन गुजरात की शांति व्यवस्था को बिगाडने का प्रयास कर रहे हैं, गुजरात की जनता इसका जवाब देगी
राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इससे पहले कहा कि, नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी गुजरात में भी लागू किया जाएगा, राज्य सरकार इसको लेकर प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार की ओर से पारित कानून सभी राज्यों को लागू करना पडता है, कोई भी राज्य इससे इनकार नहीं कर सकता है। नागरिकता देना केंद्र का विषय है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने बयान में कहा है कि असली मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ये नागरिकता कानून लेकर आई है जो पूरी तरह असंवैधानिक है। जिस सरकार के पीएम व मंत्रियों के पास डिग्रीयां नहीं है वह गांव की गरीब विधवा से 1951 से पहले के कागजात लाने को कह रहे हैं
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