इंदौर। Ranjeet Ashtami 2019 शहर के पश्चिम क्षेत्र स्थित रणजीत हनुमान मंदिर पर गुरुवार की सर्द सुबह रणजीत बाबा के भक्तों का उल्लास देखते ही बन रहा था। जब लोग ठंड के चलते घर में दुबकने को मजबूर थे, तब सुबह पांच बजे हजारों भक्त बाबा के दरबार में जुट गए थे। फूलों से सजे मंदिर में बाबा का मनोहारी श्रृंगार देखते ही बन रहा था। जय रणजीत के जयघोष के साथ एक-दूसरे का अभिवादन का क्रम जारी था। इस बीच विधि-विधान से पूजन कर रणजीत बाबा की अष्टधातु के उत्सव विग्रह को स्वर्ण रथ पर विराजित किया गया। चार दिनी रणजीत अष्टमी महोत्सव के अंतिम दिन रणजीत अष्टमी पर सुबह पांच बजे रणजीत बाबा की प्रभातफेरी निकाली गई। इसमें बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी शामिल हुए।
सूरज के उगने से पहले शुरू हुई प्रभातफेरी में भक्तों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा था। जगह-जगह लगे स्वागत मंचों से फूल बरसाकर प्रभातफेरी का स्वागत किया गया। भजन मंडलियों द्वारा भजनों के माध्यम से रणजीत बाबा की महिमा का गुणगान किया जा रहा था, वहीं ढोल पार्टियों की प्रस्तुतियां भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई थीं। बग्घियों पर संत सवार थे और आम जनमानस उनके अभिवादन में जुटे हुए थे। रथ पर ड्रोन से पुष्प वर्षा की गई तो तोपों से सलामी देने का क्रम भी चला। मातृशक्तियां और पुरुष ध्वजा लेकर चल रही थीं।
प्रभातफेरी मंदिर प्रांगण से द्रविड़ नगर, उषा नगर, अन्नापूर्णा मंदिर, बैंक कॉलोनी, गुमाश्ता नगर, स्कीम-71 होते हुए पुनः मंदिर पर समाप्त हुई। प्रभातफेरी ने छह घंटे क्षेत्र का भ्रमण किया। विभिन्ना स्टॉलों से चाय-पोहे सहित विभिन्ना खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। डिस्पोजल मुक्त इंदौर का संदेश भी दिया गया। प्रभातफेरी के बाद सवा लाख रुद्राक्ष का वितरण किया गया। इस अवसर पर महापौर मालिनी गौड़, मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास, महामंडलेश्वर दादू महाराज, लक्ष्मणदास महाराज, पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक आदि मौजूद थे।
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