राजगढ़ सुठालिया थाना अंतर्गत एक गांव की एक नाबालिग से दुष्कर्म करने के मामले में जिन दो लोगों को आरोपित बनाया गया है, उनके परिजनों द्वारा पीड़िता के परिजनों को समझौता करने के लिए धमकाया जा रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सोमवार को पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आरोपितों के परिजन पर भी एफआईआर की जाए। इसके बाद भी देर शाम तक मामला दर्ज नहीं हो सका था। इधर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि दो माह पूर्व एक नाबालिग को दो युवक घर से उठाकर ले गए और दुष्कर्म किया था। इसके बाद नाबालिग को परेशान किया जा रहा था। नाबालिग की शिकायत पर सुठालिया पुलिस ने दोनों आरोपित मुकेश लोधी और धर्मेंद्र लोधी के खिलाफ शनिवार को दुष्कर्म का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। सोमवार सुबह राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो पीड़िता के गांव पहुंचे। उन्हें पीड़िता के परिजन ने बताया कि समझौते के लिए आरोपित के परिजन दबाव बना रहे हैं और धमकी दे रहे हैं। आयोग अध्यक्ष कानूनगो ने सुठालिया थाना प्रभारी मुकेश गौर को आरोपितों के परिजन और संरक्षण देने वाले पर भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इधर सोमवार शाम तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी। इस संबंध में थाना प्रभारी गौर का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी
जमानत पर छूटा आरोपित फिर बेटी को कर रहा परेशान
दुष्कर्म पीड़िता के गांव से लौटने के बाद जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोग की बैंच लगी, जिसमें एक युवती के परिजन ने आयोग अध्यक्ष को बताया कि एक युवक पर उन्होंने छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। जमानत पर छूटने के बाद आरोपित युवक फिर बेटी को परेशान कर रहा है, वह स्कूल जाते समय पीछा करता है। आयोग अध्यक्ष कानूनगो ने मौके पर ही एएसपी एनएस सिसौदिया को फिर से एफआईआर करने के निर्देश दिए। जिलाबदर की कार्रवाई करने के लिए भी कहा है। पीड़िता को अध्यक्ष ने अपना मोबाइल नंबर दिया और कहा कि एफआईआर होने पर मुझे कॉपी वाट्सएप करना, नहीं हो पाए तो वह भी बताना। आयोग अध्यक्ष के निर्देश के कुछ देर बाद ही आरोपित के खिलाफ फिर छेड़छाड़ का केस दर्ज कर लिया गया
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