Header Ads Widget

Responsive Advertisement

आखिर कल JNU में हुआ क्या? कैसे नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों पर हमला किया- जानिए

जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट आइशी घोष पर भी हमला हुआ. हमले में आइशी घोष बुरी तरह से घायल हो गईं. लहूलुहान आईशी समेत करीब 20 छात्रों को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कई छात्रों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है.









राजधानी दिल्ली में मौजूद देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में कल शाम नकाबपोश बदमाशों ने लड़कियों के हॉस्टल में घुसकर छात्रों पर जानलेवा हमला किया. लाठी डंडों और लोहे की सरिया लेकर आए नकाबपोश गुंडों ने छात्रों को पीटा, गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर लड़कियों पर हमले किए और प्रोफेसर्स के साथ भी मारपीट की. इस हमले के बाद पूरा देश हैरान है. जानिए आखिर कल शाम जेएनयू में क्या कुछ हुआ.


जेएनयू में छात्रों पर हमले का एक वीडियो सामने आया है. दो मिनट 10 सेकेंड के इस वीडियो में कुछ नकाबपोश तोड़फोड़ और हंगामा करते दिख रहे हैं और चारों तरफ लड़कियों के चीख-पुकार की आवाज आ रही है. वीडियो के मुताबिक, तोड़फोड़ के बीच एक नकाबपोश लड़कियों को डंडे से डराने की कोशिश करता है. बता दें कि सभी गुंडे डंडों और रॉड से लैस थे.


स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट समेत 20 अस्पताल में भर्ती


बताया जा रहा है कि हंगामे और बवाल का ये वीडियो जेएनयू के साबरमती गर्ल्स हॉस्टल का है. इस दौरान जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट आइशी घोष पर भी हमला हुआ. हमले में आइशी घोष बुरी तरह से घायल हो गईं. लहूलुहान आईशी समेत करीब 20 छात्रों को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कई छात्रों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है.


क्या छात्रों के दो गुटों में लड़ाई है इस हमले की वजह?


खबर यह भी है कि कैंपस के अंदर टेंशन की शुरुआत रविवार शाम को हुई, जब छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए. जिस समय ये मारपीट हो रही थी उस समय छात्रों के साथ साथ टीचर भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि सारा विवाद फीस बढ़ोतरी को लेकर है. कहा जा रहा है कि छात्रों का एक गुट फीस बढोतरी का विरोध कर रहा था तो दूसरा गुट चाह रहा था कि छात्रों का रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाए. इसी को लेकर दोनों के बीच भिड़ंत हो गई जो बाद में हिंसा में बदल गई.


हालांकि कैंपस के अंदर इस तरह से हंगामे और मारपीट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है. लेफ्ट और एबीवीपी एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं




 








एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ