नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यातायात एक बड़ी समस्या है. यही कारण है कि दिल्ली पुलिस की यातायात शाखा ने बड़ी संख्या में राजधानी में अपनी मदद के लिए सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल करवाए हैं. साल 2019 में चालान के आंकड़ों की बात करें तो सीसीटीवी कैमरों ने दिल्ली पुलिस की यातायात शाखा के कर्मचारियों से आगे निकलते हुए उनके मुकाबले कई गुना तादाद में चालान किए हैं.
यही कारण है कि अब दिल्ली पुलिस के अधिकारी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि आने वाले समय में यातायात पुलिसकर्मी केवल ट्रैफिक को संचालित करने के काम में जुटे हैं, जबकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से सीसीटीवी कैमरे निपटेंगे.
कैमरों ने 2019 में 40 लाख से ज्यादा काटे चालान
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक साल 2019 में सीसीटीवी कैमरों ने 5 दिसंबर 2019 तक कुल 41.30 लाख चालान किये हैं. इनमें 24 लाख 30 हजार चालान ट्रैफिक सिग्नल का उलंघन करने वालों के हैं, जबकि निर्धारित गति से तेज गति में वाहन चलाने वालों के चालान की संख्या लगभग 17 लाख है.
124 जगहों पर लगे हैं कैमरे
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, फिलहाल राजधानी में 124 जगह ऐसी हैं, जहां पर ट्रैफिक पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए हैं. इनकी मदद से चालान किए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि पहले महज 10 पॉइंट ऐसे थे, जहां पर कैमरों की मदद से वाहन चालकों पर निगरानी रखी जाती थी और यातायात के नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान किए जाते थे. कैमरों की तत्परता को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाई गई और साल 2019 तक 124 जगहों पर कैमरे इंस्टॉल कराए गए हैं. आंकड़े खुद बता रहे हैं कि कैमरों की मदद से बेहद कम मेन पावर का इस्तेमाल करते हुए अधिक से अधिक उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
रोज 12 से 15 हजार चालान करते हैं कैमरे
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में लगे 124 जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे प्रतिदिन 12 से 15 हजार की संख्या में चालान कर रहे हैं. वहीं अगर हम दिल्ली पुलिस की यातायात शाखा में तैनात कर्मियों की बात करें तो वे सभी मिलकर प्रतिदिन लगभग 5000 चालान कर रहे हैं. आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली पुलिस की यातायात शाखा में लगभग 7000 कर्मचारी तैनात हैं. वहीं कैमरों की संख्या उनके मुकाबले बेहद कम है, लेकिन अगर चालान के आंकड़े देखे जाएं तो 124 पॉइंट पर लगे कैमरे टैफिक पुलिस की तुलना में लगभग ढाई गुना ज्यादा चालान कर रहे हैं.
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