कोरोना का कहर औऱ दहशत पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रही है. दुनिया में अब तक कोरोना से 6 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं लाखों लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित है. आपको बता दें कि कई देशों ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है तो कई देशों में बाहर के नागरिकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. चेक गणराज्य ने तो अपने पूरे देश को आइसोलेशन में ले लिया है वहीं न्यूयॉर्क के होटल अब सिर्फ टेक-अवे के जरिए ही खाना परोस रहे हैं.
आइसोलेशन सेंटर में बदला चेक गणराज्य
चेक के प्रधानमंत्री ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए पूरे देश को आइसोलेट कर रहे हैं. ऐसा कदम उठाना जरूरी है. उन्होंने यह भी आदेश दिया है कि सिर्फ जरुरी काम के लिए ही यात्रा की जा सकेगा. बाकी सभी प्रकार की यात्राओं पर रोक लगा दी गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह आदेश सोमवार से पूरे देश में लागू होंगे.
हांलांकि चेक के नागरिक खरीददारी के लिए जा सकते हैं. वहीं अपने परिजनों के साथ क्लीनिक और हॉस्पिटल जाने पर भी कोई प्रतिबंध काम नहीं करेगा. प्रधानमंत्री ने पहले ही विदेश नागरिकों के चेक में एंट्री पर रोक लगा दी है. वहीं चेक के नागरिक भी विदेश यात्रा पर नहीं जा सकेंगे. गौरतलब है कि चेक में कोरोना के 253 मामले सामने आ चुके हैं.
न्यूयॉर्क में सिर्फ टेक-अवे कर सकेंगे होटल, बार भी बंद
अमेरिका में भी कोरोना का कहर जारी है. यहां न्यूयॉर्क के रेस्टोरेंट और बारों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. न्यूयॉर्क के मेयर बिल डे ब्लेसिओ ने कहा है कि शहर के कोई भी होटल अब डाइन इन की सुविधा नहीं दे पाएंगे. मतलब अब कोई भी होटल अपने ग्राहकों को बैठाकर खाना नहीं खिला सकेगा. यहां के होटलों में सिर्फ टेक-अवे यानि खाना ले जाने की सुविधा ही दी जाएगी. इसके अलावा वो बार जिनमें खाना नहीं परोसा जाता है उनको भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
वहीं मेयर ने यह भी आदेश दिया है कि शहर के सभी पब्लिक स्कूल 20 अप्रैल तक के लिए बंद रहेंगे. वहीं 50 लोगों से अधिक की भीड़ वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी गई है. 50 लोगों से अधिक संख्या वाले कार्यक्रम भी अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिए गए हैं. गौरतलब है कि भारत में भी कोरोना के लिए एहतियात बरते जा रहे हैं। यहां रेलवे बोर्ड ने एसी कोच में कंबल और पर्दे नहीं देने का फैसला किया है.
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