दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण और संकट के बीच आज Good Friday मनाया जाएगा. मसीही धर्म से जुड़े लोग आज ईसा मसीह के बलिदान को याद करेंगे. Good Friday के दिन आमतौर पर लोग चर्च में जाकर प्रार्थना करते हैं और क्रॉस को चूमकर ईसा मसीह को याद करते हैं. लेकिन देश में जानलेवा कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में लोग आज घरों में रहकर ईसा मसीह को याद करेंगे.
हुआ था ईसा मसीह का बलिदान, फिर भी क्यों कहते हैं Good Friday
आज के ही दिन ईसा मसीह का बलिदान हुआ था. लेकिन इसे Good Friday के नाम से जाना जाता है. दरअसल ईसा मसीह को धार्मिक कट्टरपंथियों ने सूली पर लटका दिया था. लेकिन इस दिन को Good Friday इसीलिए कहा जाता है क्योंकि ईसा मसीह ने मनुष्यों की भलाई के लिए अपनी जान दे दी थी. Good Friday को होली फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है.आपको बता दें कि ईसा मसीह लोगों को सच्चाई की राह पर चलने का संदेश देते थे. इसके अलावा वह लोगों को मानवता की बातें सिखाते थे. लेकिन इसीलिए कुछ कट्टरपंथियों ने उन पर जुल्म ढहाए. जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था तो उन्हें काफी यातनाएं दी गई थीं. उन्हें कांटो का मुकुट पहनाया गया था. फिर भी ईसा मसीह ने कहा था कि प्रभु, इनके गुनाहों के लिए इन्हें माफ कर दें.बाइबिल के मुताबिक ईसा मसीह को 6 घंटो तक सूली पर लटका छोड़ दिया गया था. लेकिन इस घटना के तीन दिन बाद ईसा मसीह जीवित हो गए थे. इसीलिए Good Friday के तीन दिन बाद मसीही समाज के लोग ईस्टर संडे भी मनाते हैं. गौरतलब है कि ईसा मसीह के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए लोग काफी दिनों तक व्रत भी रखते हैं. इन दिनों सामान्यत: चर्चों में काफी भीड़ देखी जाती है लेकिन कोरोना वायरस के कारण आज लोग घरों में ही Good Friday मनाएंगे.
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