लॉकडाउन में बोरियत मिटाने के लिए लोग शराब का सेवन अत्यधिक कर रहे हैं.
मगर विशेषज्ञों ने इसके प्रति चेतावनी जारी कर इसे दूसरा स्वास्थ्य संकट बताया है.
कोरोना वायरस महामारी के चलते पैदा हुए लॉकडाउन में शराब का सेवन करने वालों के लिए चेतावनी है. शोधकर्ताओं ने अंदेशा जताया है कि इससे एक दूसरी परिस्थिति यानी स्वास्थ्य इमरजेंसी का सामना करना पड़ सकता है. रिपोर्ट में शोध के हवाले से बताया गया कि शराब के सेवन में कटौती कर हम अपने स्वास्थ्य को अच्छा करते हैं.
लॉकडाउन में दूसरा स्वास्थ्य संकट!
पोर्टस्माउथ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओ ने लॉकडाउन के दौरान लोगों के शराब सेवन की आदतों पर अध्ययन किया. समाचार पत्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पाया कि इस दौरान 291 फीसद शराब की बिक्री बढ़ गई है. शोधकर्ताओं का मानना है कि आइसोलेशन का ये समय लोगों को अत्यधिक सेवन की तरफ धकेल सकता है. डॉक्टर मैट पार्क कहते हैं कि कुछ लोग सामान्य पीने की आदतों में वृद्धि कर सकते हैं. कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं जिन्होंने शराब की आदत छोड़ दी हो मगर वर्तमान परिदृश्य में बोरियत मिटाने के लिए शराब पीने लगे हैं. लिहाजा शराब का ज्यादा सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. उन्होंने इसे दूसरा स्वास्थ्य संकट करार दिया.
ज्यादा शराब पीनेवाले हो जाएं सावधान
कोरोना वायरस की महामारी ने लोगों को घरों पर रहने के लिए मजबूर कर दिया है. डॉकटर पार्किर बताते हैं कि लंबे समय तक शराब के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर पड़नेवाला प्रभाव मालूम नहीं है. मगर शराब का अत्यधिक सेवन मृत्यु दर बढ़ने का एक अहम कारण है. उन्होंने बताया कि शराब से होनेवाली बीमारियों के चलते मरनेवालों की सालाना तादाद दुनिया भर में 3 मिलियन है.
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