क्या आप सोच सकते हैं हैंड सैनेटाइजर आपको झुलसा जा सकता है ? क्या हैंड सैनेटाइजर में इस्तेमाल होनेवाला केमिकल इतना ज्यादा ज्वलनशील है ? क्या आप हैंड सैनेटाइजर के इस्तेमाल करने के फायदों और प्रभाव को समझना चाहते हैं ?
हैंड सैनेटाइजर में आग पकड़ने की होती है क्षमता ?
दरअसल हाल ही में हरियाणा के रेवाड़ी में आश्चर्चयचकित करनेवाला एक मामला सामने आया था. यहां 44 वर्षीय शख्स उस वक्त झुलस गया जब उसने हैंड सैनेटाइजर को अपने कुर्ते पर उड़ेला. हालांकि इस दौरान किचेन में उसके पास स्टोर रखा हुआ था. मगर उसने इस बात का ख्याल नहीं रखा. उसने समझा कि इससे क्या फर्क पड़ सकता है मगर आग लगने के कारण उसका चेहरा, गर्दन, हाथ और छाती झुलस गए. हालांकि ये दुर्लभ घटना जरूर हो सकती है मगर फिर भी एहतियात के तौर पर कुछ सावधानी बरतकर दुर्घटना को टाला जा सकता है.
इस्तेमाल करने से पहले जान लें चंद अहम बातें
गुरुग्राम में फोर्टिस अस्पताल मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के डॉक्टर उदगेथ धीर कहते हैं, "सैनेटाइजर के प्रभावी होने के लिए अल्कोहल की मात्रा 60-65 फीसद होनी चाहिए. हैंड सैनेटाइजर अल्कोहल के कारण ज्वलनशीन होता है. जैसे ही हम अपना हाथ रगड़ते हैं अल्कोहल लुप्त हो जाता है." डॉक्टर धीर का कहना है कि ऐसे लोगों में आग पकड़ने की ज्यादा आशंका रहती है जो ट्यूब के बजाए स्प्रे का इस्तेमाल करते हैं. वहीं कॉस्मेटिक विशेषज्ञ डॉक्टर रिंकी कपूर का मानना है कि हाथ साफ करने में हैंड सैनेटाइजर के प्रभावी होने पर कोई मतभेद नहीं है मगर लगातार इस्तेमाल फायदा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए उनकी सलाह है कि इसका इस्तेमाल इमरजेंसी के वक्त किया जाना चाहिए. मालूम होना चाहिए कि अल्कोहल का इस्तेमाल वायरस और बैक्टीरिया मारने में प्रभावी होता है.
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