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नाखून इंसानी शरीर के राज का पता देते हैं. अगर आपके नाखून का रंग असामान्य है तो समझ लें आपके अंदर बीमारी हो सकती है. तो जान लीजिए नाखूनों के रंग बदलने पर क्या होता है ?नाखूनों के रंग का बहुत ज्यादा पीला पड़ना किसी खतरे की निशानी होती है. एनिमिया नामक बीमारी खून की कमी से होती है. Congestive Heart Failure उस वक्त पड़ता है जब दिल को पर्याप्त मात्रा में खून की सप्लाई नहीं हो पाती. नाखूनों की रंगत का अचानक बहुत ज्यादा पीला हो जाना फंगल संक्रमण की तरफ भी इशारा करता है. ये संक्रमण कई बैक्टीरिया के कारण इंसानी शरीर के हिस्सों पर हमलावर होता है. इस संक्रमण से नाखून बहुत ज्यादा मोटे और भुरभुरे होकर आसानी से टूटने लगते हैं. नाखूनों की पीली रंगत थायरायड, फेफड़ों, डायबिटीज जैसी बीमारी का पता देती है.अगर आपके नाखूनों के आसपास की त्वचा फूली हुई और लाल है तो ये बात टिशू में खराबी का नतीजा हो सकती है. टिशू में कई तरह के संक्रमण से नाखूनों के आसपास की त्वचा लाल हो जाती है. नीली रंग का नाखून का हो जाना ऑक्सीजन की कमी की तरफ इशारा करता है. नाखून के नीचे अगर काली लकीरें हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. और आपके नाखूनों की ऊपरी सतह खुरदुरी है तो ये बीमारी का शुरुआती लक्षण हो सकता है. किसी चोट या किसी चीज के तेजी से खोले जाने की सूरत में भी नाखूनों का टूट जाना सामान्य बात है. मगर आपके नाखून असामान्य तरीके से टूट जाते हैं तो ये थायरायड के लक्षण हो सकते हैं. अगर टूटने वाले नाखूनों का रंग किनारे से पीला हो तो ये बदलाव फंगल संक्रमण का इशारा भी होता है.
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