नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से बातचीत की. साथ ही दक्षिण अफ्रीका को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति के लिये भारत के सहयोग का आश्वासन दिया.मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से कोविड-19 की चुनौतियों के बारे में अच्छी चर्चा हुई और दक्षिण अफ्रीका को आवश्यक दवाओं की आपूर्ति बनाये रखने में भारत के पूर्ण सहयोग का अश्वासन दिया.’’
मिस्र के राष्ट्रपति से भी की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फहत अल सिसि से भी कोरोना वायरस के मद्देनजर पैदा हुई स्थिति पर चर्चा की. मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ राष्ट्रपति अब्देल फहत अल सिसि से कोविड-19 के बारे में भारत और मिस्र की स्थिति को लेकर टेलीफोन पर चर्चा की. भारत वायरस को फैलने से रोकने और इसके प्रभाव पर नियंत्रित करने के मिस्र के प्रयासों में हर संभव मदद देगा.’’आधिकारिेक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने चर्चा के दौरान कोविड-19 के कारण पैदा हुई घरेलू, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों के बारे में चर्चा की. दोनों नेताओं ने अपने अपने देशों में इसके कारण उत्पन्न आर्थिक प्रभावों को कम करने और लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में उठाये गए कदमों के बारे मे भी चर्चा की.
स्थितियों के बारे में की चर्चा
एक बयान के अनुसार, ‘‘ प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि भारत इस चुनौतीपूर्ण समय में दक्षिण अफ्रीका को आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने में हर संभव मदद देगा. ’’ मोदी ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष की हैसियत से राष्ट्रपति रामफोसा की सक्रिय भूमिका की सराहना की.मोदी ने भारत और अफ्रीका के सदियों पुराने रिश्ते और दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध का जिक्र करते हुए वायरस के खिलाफ संयुक्त प्रयासों में पूर्ण सहयोग देने की बात कही.एक अन्य बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फहत अल सिसि से कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की और अपने अपने देश में उठाये गए कदमों के बारे में जानकारी साझा की. दोनों देशों ने एक दूसरे के अनुभव और श्रेष्ठ पहल को एक दूसरे से साझा करने पर सहमति व्यक्त की. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने मिस्र के राष्ट्रपति को आश्वस्त किया कि भारत इस कठिन समय में दवा आपूर्ति की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये हर संभव समर्थन देगा.
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