पिछले 15 दिन के आंकड़े देखें तो दिल्ली और चेन्नई में मुंबई से दोगुनी रफ्तार से कोरोना के मामले सामने आए हैं.
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली: देश की राजधानी में कोरोना वायरस ने भयानक रफ्तार पकड़ ली है. शुक्रवार को यहां नए केसेज की संख्या ने पुराने सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में 2,137 लोग पॉजिटिव टेस्ट हुए. इसी के साथ, दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 36,824 हो चुकी है.
पिछले 15 दिन के आंकड़े देखें तो दिल्ली और चेन्नई में मुंबई से दोगुनी रफ्तार से कोरोना के मामले सामने आए हैं. वहीं, दिल्ली में अहमदाबाद से तीन गुना तेजी से मरीज बढ़े हैं. देश के चार महानगरों का एनालिसिस बताता है कि वहां हालात कितने खराब हैं. चारों को मिला दें तो देश के 44% कोरोना केसेज यहीं पर हैं.
11 जून तक देश में कोविड-19 से जितनी मौतें हुईं, उनमें से 43% इन्हीं चार महानगरों में हुईं. मुंबई में कोरोना के 54 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. वहां रोज 1,000 से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. हालांकि इन्फेक्शन रेट चेन्नई और मुंबई में तेजी से बढ़ा हैं. 29 मई के आंकड़ों के हिसाब से चेन्नई में 105% तो दिल्ली में 100% मरीज बढ़े हैं. जबकि मुंबई में 29 मई के मुकाबले 52 प्रतिशत केस बढ़े हैं. पूरे देश में पिछले दो हफ्तों के दौरान मामलों की संख्या में 72% का इजाफा हुआ है.
आज सुबह अमित शाह की एलजी बैजल और सीएम केजरीवाल के साथ बैठक
राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट बेकाबू होता दिख रहा है. ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सुबह 11 बजे एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया शामिल होंगे. गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस मीटिंग में दिल्ली में कोरोना संकट की स्थिति का जायजा लिया जाएगा जिसमें राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के सदस्य भी हिस्सा लेंगे.
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