ग्वालियर. ग्वालियर जिले के चीनौर थाने को स्वास्थ विभाग ने क्वारेंटाइन कर दिया है. इस थाने में तैनात सभी 20 पुलिस वालों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है. थाने परिसर को बंद कर मेन गेट पर ताला (lock) लगा दिया गया है और परिसर के बाहर शिकायत पेटी लटका दी गयी है.थाना क्वारेंटाइन होने के बाद इस इलाके में कानून व्यवस्था (low & order) पर संकट खड़ा हो गया है.इसकी वजह एक सिपाही है जो कोरोना पॉजिटिव निकला है.
भोपाल के सिपाही ने की थी लॉकडाउन ड्य़ूटी
मार्च महीने में भोपाल में तैनात एक सिपाही ग्वालियर जिले के चीनौर थाना क्षेत्र में अपने गांव में छुट्टी मनाने आया था. उसी दौरान देश व्यापी लॉक डाउन हो गया.सिपाही अपने गांव में ही फंसा रह गया. उसके बाद विभाग ने आदेश दिया कि वो चीनौर थाने में आमद देकर ड्य़ूटी शुरू करे. करीब दो महीने तक इस सिपाही ने चीनौर थाने में ड्यूटी की. लॉक डाउन खुलने के बाद विभाग से फिर नया आदेश आया और सिपाही को एक जून को चीनौर से भोपाल रवाना कर दिया गया.भोपाल पहुंचने पर जब इस सिपाही का कोरोना टेस्ट कराया गया, तो उसकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी. खबर मिलते ही हड़कंप मच गया और स्वास्थ विभाग के निर्देश पर चीनौर थाने को बंद कर 20 पुलिसकर्मियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया. अब थाने के गेट पर ताला और बाहर शिकायत पेटी लटक रही है.
कहां से लगा कोरोना वायरस
मार्च में सिपाही चीनौर आया था. उस दौरान उसका टेस्ट नहीं किया गया. लॉक डाउन की ड्यूटी करने के बाद जब वो भोपाल लौटने लगा उससे पहले भी उसका ग्वालियर में कोरोना टेस्ट नहीं कराया गया. उसे कहां से कोरोना संक्रमण हुआ, ये जांच का विषय है. ज़ाहिर है चीनौर में ड्यूटी ज्वाइन करते वक्त तो वो स्वस्थ रहा होगा. वरना दो महीने तक वो ड्यूटी नहीं कर पाता. उसे चीनौर में ड्यूटी के दौरान ही कहीं से कोरोना का वायरस लगा है. लेकिन अब थाना बंद होने के कारण इसका असर इलाके की कानून-व्यवस्था पर पड़ेगा.
गांव में जांच
सिपाही जिस गांव का रहने वाला था वहां भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. गांव के 93 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है. आज इन सभी लोगों का कोरोना टेस्ट लेने के लिए सैंपलिंग की जाएगी.
0 टिप्पणियाँ