मंडला.कान्हा नेशनल पार्क के गेट आज से सैलानियों के लिए खुल गए हैं. पार्क के खुलते ही सौ से ज़्यादा सैलानी यहां सैर-सपाटे के लिए पहुंच भी गए. कोरोना संक्रमण को देखते हुए पार्क में इससे बचाव के लिए काफी इंतज़ाम किए गए हैं. जंगल सफारी में लगी गाड़ियां भी सेनेटाइज की गयी हैं. पर्यटकों को सोशल डिस्टेंस के साथ गाड़ी में बैठाया जा रहा है.
88 दिन से बंद कान्हा नेशनल पार्क आज 15 जून से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. पार्क खुलने के आज पहले दिन करीब एक सैकड़ा पर्यटक यहां पहुंचे. कान्हा पहुंचकर पर्यटकों ने जंगल सफारी का आनंद लिया. यहां पहुंचे पर्यटकों में बड़ी तादाद दूसरे राज्यों से आए वाइल्ड लाइफ प्रेमियों की भी थी. कान्हा टाइगर रिजर्व 18 मार्च से सैलानियों के लिए बंद था. लंबे समय बाद वो सैलानियों की आवाजाही से गुलजार हुआ है. आज सिर्फ 100 सैलानियों ने ही यहां बुकिंग करवायी जबकि आम दिनों में यहां औसत 600 सैलानी रोज पहुंचते हैं.
कोरोना का थोड़ा डर तो है...
लंबे समय तक घर में बंद रहने की ऊब मिटाने ये पर्यटक कान्हा नेशनल पार्क पहुंच तो गए गए हैं लेकिन कोरोना का थोड़ा डर इन लोगों में बना हुआ है. पार्क में तो गाइड लाइन के मुताबिक इंतज़ाम किए ही गए हैं, ये सैलानी भी अपने साथ एहतियात के तमाम इंतज़ाम करके आए थे. सभी मास्क पहने थे, हाथों में कुछ के ग्लब्स भी थे औऱ सेनेटाइजर से बार-बार हाथ साफ कर रहे थे.
कान्हा नेशनल पार्क में कोरोना वायरस के संक्रमण से सैलानियों और स्टाफ के बचाव के लिए व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं. यहां आने वाले पर्यटक की पहुंचते ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. सैलानियों और पार्क की सभी गाड़ियों को पूरी तरह से सेनेटाइज करने के बाद ही पार्क में प्रवेश दिया जा रहा है. कोविड 19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन जंगल सफारी के दौरान किया जा रहा है. गाड़ी में भी सोशल डिस्टेंस रखा जा रहा है. पहले की तुलना में सीट क्षमता में कटौती कर दी गई है, ताकि सैलानी फासले के साथ उसमें बैठ सकें. इसके साथ ही केंटर वाहनों में सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए 18 की जगह अब 12 व्यक्तियों को बैठाया जा रहा है.
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