नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) और आर्थिक राजधानी पर कोरोना का कहर लगातार जारी है. कोरोना पॉजिटिव के नए मामलों में दिल्ली (Delhi) और मुंबई बड़े शहरों में शीर्ष पर हैं. कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में जहां दिल्ली में हर दिन लगभग एक हजार मामले सामने आते थे, वहीं मुंबई (Mumbai) में लगभग तीन हजार लोग इससे संक्रमित पाए जाते थे. लेकिन, दिल्ली में फिलहाल हर हफ्ते कोरोना के तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इसमें दिल्ली अब मुंबई का मुकाबला कर रहा है. इससे पहले बुधवार को जारी बुलेटिन में पिछले 24 घंटे में दिल्ली में एक साथ 3,788 कोरोना के नए मामले सामने आने की जानकारी दी गई. इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 70 हजार से ज्यादा पहुंच चुकी है. जबकि मुंबई में एक्टिव केसेज का आंकड़ा फिलहाल 69,528 पहुंच चुका है. दिल्ली कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में मुंबई से आगे निकल चुका है.
दिल्ली में मार्च से ही कोरोना के मामले लगातार सामने आते रहे, लेकिन यहां जून के पहले हफ्ते में संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ. इसी महीने हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 1500 से ज्यादा होने लगी. इसके बाद भी कोरोना का कहर दिल्ली पर जारी रहा. ये सिलसिला अभी थमता नहीं दिख रहा है. दिल्ली में हर दिन तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आने लगे हैं. इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 70 हजार से ज्यादा हो चुकी. लॉकडाउन के खुलने के बाद इसमें काफी इजाफा हुआ है.
सुप्रीम कोर्ट से लेकर दिग्गज राजनेताओं ने जताई चिंता
देश की राजधानी में कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की. इसके अलावा इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चिंता जता चुके हैं. इसके अलावा केंद्र औऱ दिल्ली सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए लगातार काम कर रही है. इसके अलावा दिल्ली के हालात पर देश के गृह मंत्री अमित शाह लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, केंद्र सरकार ने इस मामले पर कई बैठकें भी की हैं. जानकारों का मानना है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने का कारण कोरोना टेस्ट की रफ्तार में तेजी आना माना जा रहा है.
मुंबई के इस हॉस्पिटल में हो चुकी है 460 लोगों की मौत
कोरोना संकट के कारण देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की हालत काफी बिगड़ चुकी है. लोगों के अंदर एक भय बना हुआ है. गौरतलब है कि यहां का केईएम हॉस्पिटल लगातार मीडिया की सुर्खियों में रहा है. इस हॉस्पिटल में पिछले 36 दिनों में 460 लोगों की मौत हो चुकी है.
0 टिप्पणियाँ