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मध्य प्रदेश में COVID-19 संक्रमण के बीच भोपाल के हमीदिया अस्पताल की डेथ-ऑडिट रिपोर्ट कोरोना से होने वाली मौतों का सच.


भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना मामलों का आंकड़ा 10 हजार पार कर गया है. Unlock 1.0 के बाद अकेले भोपाल में ही कोरोना केस 2 हजार से ऊपर हो चुके हैं. ऐसे में भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल  में कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ये ऐसे सवाल हैं जो हमीदिया में COVID-19 संक्रमण के ट्रीटमेंट को लेकर लोगों के बीच उलझन पैदा कर रहे हैं. कई लोगों का मानना है कि सरकारी अस्पताल होने के कारण यहां की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है तो कुछ लोगों को यहां के डॉक्टरों पर भरोसा नहीं है. लेकिन इन सबके बीच हमीदिया अस्पताल में कोरोना से होने वाली मौत की हकीकत जानकर आप हैरान रह जाएंगे. हमीदिया अस्पताल की डेथ-ऑडिट रिपोर्ट  अगर आप देखें तो ये सारी सच्चाई सामने आ जाती है.
क्या कहती है डेथ-ऑडिट रिपोर्ट
कोरोना के कहर के बीच भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में आम लोग तो दूर, कई डॉक्टर और नर्स भी अस्पतालों के कोविड वार्ड में जाने से डरते हैं. ऐसे में प्राइवेट अस्पतालों की तो बात ही बेमानी है. भोपाल में ज्यादातर मरीज हमीदिया अस्पताल ही आते हैं, जहां कोरोना से होने वाली मौत की संख्या ज्यादा है. हमीदिया की डेथ ऑडिट पर गौर करें तो आपको अंदाजा लगेगा कि अस्पताल-दर-अस्पताल भटकते 70 फीसदी मरीज, जब कहीं भी इलाज न मिला तभी हमीदिया पहुंचे थे. हमीदिया अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक ऐसे कुछ बिंदु हैं, जिन पर गौर किया जाना चाहिए.
डेथ-ऑडिट रिपोर्ट की बातें
1- हमीदिया अस्पताल पहुंचने से पहले 25 फीसदी मरीजों ने दम तोड़ दिया, लेकिन रिपोर्ट में इन मौतों को भी हमीदिया में भर्ती मरीज की मौत के रूप में दर्ज किया गया.
2- यहां से डिस्चार्ज होने वालों में 20 फीसदी ऐसे मरीज थे जो बेहद गंभीर अवस्था में हमीदिया लाए गए थे और इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई.
3- अस्पताल में भर्ती होने के 3 घंटे के अंदर 3 फीसदी मरीजों को मृत घोषित कर दिया गया.
4- 20 प्रतिशत मामलों में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और हाइपरटेंशन पाया गया है.
5- 21 मृतकों की मौत अन्य अस्पतालों से भटकने के बाद हमीदिया पहुंचने के बाद हो गई.
6- 80 फीसदी भर्ती मरीजों को मौत के पहले मैकेनिकल वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया.
7- हमीदिया अस्पताल में भर्ती 55 प्रतिशत मरीजों की मौत यहां आने के 24 घंटों के अंदर हो गई.


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