दालचीनी का उपयोग बैक्टीरिया (Bacteria) और फफूंद का संक्रमण रोकने में होता है. इस तरह यह कोविड-19 (Covid-19) के संक्रमण का सामना करने में भी कारगर भूमिका निभा सकती है. ग्रामीण इलाकों में अनेक रोगों में आयुर्वेदिक औषधियों, मसालों और काढ़े का सेवन किया जाता है. अनुसंधानकर्ता लगातार इन दिनों औषधीय वनस्पतियों पर रिसर्च कर रहे हैं. नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NBRI) के वैज्ञानिकों के मुताबिक दालचीनी (Cinnamon) लॉरेल फैमिली का सदस्य है. इसे अंग्रेजी में सिनामन और वनस्पति विज्ञान की भाषा में सिनेमोमम कहते हैं. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट (Anti Oxidant) वाले गुण होते हैं और यह मधुमेह में शुगर के स्तर को भी कम करने में प्रभावी भूमिका निभाती है.
दालचीनी, हर्बल औषधियों से तैयार किया हैंड सैनिटाइजर
नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने प्रयोगशाला में हर्बल तत्वों से युक्त हैंड सैनिटाइजर तैयार किया गया है, जिसमें तुलसी और दालचीनी का भी इस्तेमाल किया गया है. इंस्टीट्यूट (एनबीआरआई) ने रोगाणुनाशक साल्यूशन बनाया है, जिसका फार्मूला हाल ही सार्वजनिक किया है, यानी आम लोगों को भी बताया है. इसका उपयोग हाथ धोने के अलावा मास्क धोने में भी किया जाता है. myUpchar से जुड़े एम्स के डॉ. अजय मोहन के अनुसार जब तक कोरोना वायरस का टीका या दवा नहीं मिलते, इस तरह की सावधानियां ही इलाज हैं.
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