अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस से पहले भारत में बाघों की गणना की विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई.
रिपोर्ट में बाघों की जनसंख्या में 2014 से 2019 के बीच बढ़ोतरी का दावा किया गया है
International Tiger Day 2020: दुनिया भर में आज बाघ दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर उनके संरक्षण के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम हो रहे हैं. समय के साथ विलुप्त होने वाले वन्य जीवों में बाघ भी ऐसा प्राणी है जिसकी संख्या तेजी से घट रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में अभी केवल 3900 जंगली बाघ बचे हैं. 20वीं शताब्दी की शुरुआत से ही विशेषज्ञ दुनिया में घटती बाघों की संख्या से चिंतिंत हैं. मगर इस बीच संरक्षण के इतिहास में पहली बार भारत से अच्छी खबर है. अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस से ठीक एक दिन पहले बाघों की गणना की विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई.
भारत में बढ़ रही बाघों की जनसंख्या-रिपोर्ट
इस मौके पर पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने बताया कि दुनिया के बाघों की जनसंख्या का 70 फीसद भारत में है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बाघों की जनसंख्या में 2014 से 2019 के बीच बढ़ोतरी हुई है. 2014 में जहां बाघों की आबादी 1400 थी वहीं 2019 में बढ़कर 2 हजार 967 हो गई. मध्य प्रदेश में बाघों की सबसे ज्यादा संख्या 526 पाई गई है. जबकि कर्नाटक में 524 और उत्तराखंड में 442 बाघों की तादाद है.
दुनिया के बाघों का 70 फीसद भारत में है
भारत सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड के कॉर्बेट में सबसे ज्यादा 231 बाघों की गणना हुई है. भारत में बाघों की घटता संख्या को बढ़ाने के लिए 2005 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण बनाया गया था. 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित सम्मेलन में बाघों के संरक्षण और सुरक्षा पर चिंता जताई गई थी. कार्यक्रम में लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाए जाने का ऐलान किया गया. जिससे बाघों के प्राकृतिक आवास की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके.
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