कानपुर देहात में हुए एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों का अब तर कोई सुराग नहीं मिल पाया है. घटना के 24 घंटे बाद भी वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. विकास दुबे की लोकेशन पता लगाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस किया जा रहा है. पुलिस की टीमें लगातार जगह-जगह दबिश दे रही हैं.
(फाइल फोटो)
कानपुर में देर रात शातिर बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. यह घटना कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव की है. पुलिस वहां शातिर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई थी. इस दौरान बदमाशों ने हमला कर दिया, इसमें 8 जवान शहीद हो गए है और 7 घायल हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी एचसी अवस्थी को अपराधियों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है.
डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने बताया कि विकास दुबे कानपुर का हिस्ट्रीशीटर भी हैं इसके ऊपर कई मुकदमें दर्ज हैं. इस पर दबिश डालने के लिए पुलिस बिकरू गांव पहुंची जहां पर पुलिस को रोकने के लिए इन्होंने पहले से ही जेसीबी वगैरह लगा कर रास्ता रोक रखा था. पुलिस पार्टी के पहुंचते ही बदमाशों ने छतों से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए.
करीब 100 टीमें कर रहीं छापेमारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक विकास की तलाशी के लिए पूरे राज्य में एसटीएफ समेत यूपी पुलिस की करीब 100 टीमों ने तलाशी अभियान चलाया है, लेकिन अभी तक इस गैंगस्टर का कुछ पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने उसके गांव वाले घर में भी छापा मारा और मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी जांच की जा रही है.
इससे पहले विकास की धरपकड़ के लिए कानपुर देहात में भी उसके रिश्तेदारों के घर छापेमारी की थी. कानपुर देहात की पुलिस ने उसके चाचा ब्रजकिशोर दुबे के घर पर भी छापेमारी की. छापेमारी के लिए रसूलाबाद कोतवाली इंस्पेक्टर के साथ भारी पुलिस बल मौजूद था. विकास के चाचा का घर रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के रसूलाबाद कस्बे में है.
'मां ने कहा- एनकाउंटर में मार दो'
विकास के साथ मुठभेड़ में 8 पुलिस जवानों की शहादत के बा उसकी मां ने भी अपने बेटे को भी मारने को कहा. विकास की मां ने कहा कि उनके बेटे ने बहुत बुरा किया और अगर वो सरेंडर करता है तो ठीक है, नहीं तो पुलिस उसको भी एनकाउंटर में मार दे. पुलिसकर्मियों की शहादत पर शोक जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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