कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे का असर आने वाले सावन महीने में पूजा-पाठ व अनुष्ठानों पर भी पड़ेगा. राजधानी पटना में कोरोना के 1000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं ऐसे में लगातार बढ़ रहे कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को देखते हुए सावन में किसी भी शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए लोगों के पहुंचने पर पाबंदी लगा दी गई है. बिहार राज्य धार्मिक न्याय समिति (BIHAR STATE BOARD OF RELIGIOUS TRUST) द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश के मुताबिक 4 अगस्त तक ये पाबंदी लागू रहेगी. उन सभी शिव मंदिर जहां सावन में मेला, जलाभिषेक, कांवर यात्रा का आयोजन किया जाता है उसको पूर्ण रूप से 4 अगस्त तक बंद किया गया है. ये आदेश पूरे बिहार में लागू होगा.
6 जलाई से शुरू हो रहा सावन
6 जुलाई से ही सावन महीना शुरू होने वाला है और इसी दिन पहला सोमवार है. पहले सोमवार को श्रावण महीने में काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना व जलाभिषेक करने के लिए मंदिरों विशेषकर शिवालयों में जाते हैं. इसलिए सभी जगह पाबंदी लगा दी गई है. बता दें कि कोविड -19 के संक्रमण एवं फैलाव को देखते हुए अनलॉक -2 में गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं गृह विभाग बिहार सरकार द्वारा भी निर्देश जारी किए गए हैं. जिसमें अत्यधिक संख्या में एक साथ काफी संख्या में लोगों के जमावड़ा को प्रतिबंधित किया गया है.
पटना डीएम ने की लोगों से अपील
पटना जिलाधिकारी कुमार रवि ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अपर जिला दंडाधिकारी, विधि व्यवस्था को पत्र निर्गत कर सरकार द्वारा प्रदत्त दिशा निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी श्रद्धालु भक्तों से अपील की है कि कोरोना जैसी महामारी से अपने को तथा अपने परिवार को बचाने के लिए अपने घरों में ही रहकर भगवान की आराधना और पूजा-पाठ करें.
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