इंदौर। Fake Aadhaar Card: महालक्ष्मी नगर स्थित मोहित गेस्ट हाउस और श्रीनगर के एक अपार्टमेंट से मुक्त कराई लड़कियों को दलाल सागर जैन उर्फ सैंडो पूर्वी शहर के बड़े होटलों में भी सप्लाई करता था। रसूखदार ग्राहक लड़कियों के साथ ड्रग्स भी लेते थे। पुलिस सागर जैन सहित कपिल जैन, मोहित पाटनी, प्रमोद बाबा, दीपक, अजय, विजय, विशाल की तलाश में जुटी है जो लड़कियां सप्लाई करने में शामिल थे। पुलिस ने दो आरोपितों को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने बांग्लादेशी लड़कियों के फर्जी आधार कार्ड बनाए थे।
एएसपी (पूर्वी) राजेश रघुवंशी के मुताबिक, एमआइजी थाना पुलिस ने श्रीनगर के एक अपार्टमेंट में रहने वाली नोदी बेगम और नसरुद्दीन के कब्जे से सात लड़कियों को मुक्त कराया था। इनमें चार बांग्लादेश और तीन पश्चिम बंगाल से आई थीं। लड़कियों ने बयानों में बताया कि उन्हें राजघाट जिला कूलना के दलाल बाबूभाई ने धान के खेतों से अवैध तरीके से भारतीय सीमा में प्रवेश कराया था। पुलिस ने शनिवार रात सभी के ठिकानों पर छापे मारे लेकिन फरार हो गए। उधर, एमआइजी थाना पुलिस ने रविवार दोपहर गांधीनगर क्षेत्र से दीपक और गोवर्धन को पकड़ लिया। दीपक एमपी ऑनलाइन सेंटर संचालित करता है। उसने गोवर्धन के माध्यम से बांग्लादेशी लड़कियों के फर्जी आधार कार्ड बनाए थे। आरोपित दूसरे के आधार कार्ड को स्कैन कर उसमें बदलाव कर देते थे।
ग्राहकों को लुभाने की ट्रेनिंग देते थे सौदागर
टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक, बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से आई लड़कियां पहले मुंबई जाती थीं। वहां महीनों तक उन्हें ट्रेनिंग दी जाती थी। इसमें कपड़े पहनना, मेकअप करना और ग्राहकों को लुभाने के तरीके बताए जाते थे। दलाल उन्हें ऐसे कपड़े पहनने का दबाव बनाते थे कि ग्राहक देखते ही पसंद कर लेते थे। लड़कियों को पैकेज के मुताबिक ग्राहकों के पास भेजा जाता था। डील करते वक्त लड़कियों को ग्राहकों को रिझाना पड़ता था।
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