इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के पहले ही मैच में फैंस को बेहद ही रोमांचक क्रिकेट देखने को मिला. शनिवार को हुए मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हरा दिया. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 162 रन बनाए, जवाब में चेन्नई ने लक्ष्य 4 गेंद पहले 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया. चेन्नई सुपरकिंग्स ने लगातार पांच मैच हारने के बाद मुंबई इंडियंस पर जीत दर्ज की है. इस मुकाबले में एक समय ऐसा था जब मुंबई को फेवरेट माना जा रहा था लेकिन इसके बावजूद चेन्नई सुपरकिंग्स ने जीत हासिल कर ली. आइए आपको बताते हैं धोनी की टीम की जीत की पांच बड़ी
चेन्नई सुपरकिंग्स की जीत की सबसे बड़ी वजह रही उसकी गजब की फील्डिंग. चेन्नई ने मुंबई के खिलाफ मुकाबले में एक भी कैच नहीं टपकाया. कहने को इस टीम की औसत उम्र 31 साल है लेकिन चेन्नई का हर खिलाड़ी मैदान पर चीते की रफ्तार से दौड़ता दिखा. खासतौर पर फाफ डुप्लेसी, जिन्होंने मुंबई की पारी के 15वें ओवर में सौरभ तिवारी और हार्दिक पंड्या के दो बेहतरीन कैच लपक उसे बड़े स्कोर से महरूम कर दिया.
अबु धाबी के शेख जायद स्टेडियम की पिच बल्लेबाजी के मुफीद थी. मुंबई इंडियंस को डीकॉक और रोहित शर्मा ने तेज शुरुआत भी दिलाई. लेकिन चेन्नई के गेंदबाजों ने हार नहीं मानी. तेज गेंदबाजों ने पिच को पढ़ते हुए अपनी गेंदबाजी में मिश्रण शुरू कर दिया. दीपक चाहर, लुंगी एन्गिडी और सैम कर्रन ने स्लोअर गेंदों का इस्तेमाल कर मुंबई के बल्लेबाजों को बांधा और इस दबाव में वो अपना विकेट भी गंवा बैठे.
चेन्नई सुपरकिंग्स की जीत में अंबाति रायडू और फाफ डुप्लेसी का बहुत बड़ा योगदान रहा. इन दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 114 रनों की विशाल साझेदारी की. एक वक्त था जब चेन्नई सुपरकिंग्स ने शेन वॉटसन और मुरली विजय के विकेट महज 2 ओवर में गंवा दिये थे लेकिन इसके बाद रायडू और डुप्लेसी ने शतकीय साझेदारी की. रायडू ने 71 रन बनाए और डुप्लेसी 58 रन बनाकर नाबाद लौटे.
मुंबई इंडियंस का हर बल्लेबाज रंग में दिखा और सभी ने अच्छी शुरुआत भी की लेकिन वो अपनी पारी को अंजाम तक नहीं पहुंचा पाए. मुंबई के बल्लेबाजों को अति आक्रामकता भारी पड़ गई. क्विंटन डीकॉक, सौरभ तिवारी, हार्दिक पंड्या ने अति आक्रामकता की वजह से ही अपने विकेट गंवाए.
मुंबई की हार और चेन्नई की जीत में धोनी की कप्तानी ने बहुत बड़ा रोल अदा किया. सबसे पहले धोनी को किस्मत का साथ मिला और उन्होंने टॉस जीता. अबु धाबी में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को ड्यू की वजह से फायदा होता है. इसके बाद धोनी ने अपने गेंदबाजों के लिए सही फील्ड सेट की. इरफान पठान कमेंट्री के दौरान धोनी की कप्तानी की तारीफ करते नजर आए. धोनी की फील्ड सेटिंग की वजह से मुंबई ने रोहित शर्मा और डीकॉक के विकेट गंवाए.
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