खाद्य नियामक SSFAI खाद्य तेलों में विटामिन ए और डी मिलाना अनिवार्य करने पर विचार कर रहा है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (SSFAI) के सीईओ अरुण सिंघल ने कहा कि इस कदम से लोगों के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में मदद मिलेगी और लोगों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित होगा।
फूड फोर्टिफिकेशन रिसोर्स सेंटर (FFRC) द्वारा खाद्य तेलों की गुणवत्ता सुधारने के विषय पर आयोजित वेबिनार में उन्होंने कहा कि खाद्य तेलों को पोषण से युक्त बनाने से सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को भी पोषण मिल सकेगा। उन्होंने कहा, 'भारत में कुपोषण को लेकर स्थिति गंभीर है। बहुत से लोगों में कुछ जरूरी पोषण तत्वों की कमी भी देखी जाती है। देश में बहुत बड़ी आबादी है जो विटामिन A और D की कमी का सामना कर रही है। इनकी कमी सेहत पर बहुत भारी पड़ती है। हमारे शरीर में इन विटामिनों की कमी रुग्णता, मृत्यु दर, उत्पादकता और आर्थिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।' हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करने में विटामिन A और D की अहम भूमिका रहती है। कोरोना संक्रमण के मौजूदा माहौल में इम्यून सिस्टम का बेहतर रहना और भी अहम हो गया है। सिंघल ने कहा कि खाद्य तेलों को पोषणयुक्त बनाने के लिए उद्योग जगत को एफएफआरसी की तरफ से जरूरी तकनीकी सहयोग दिया जाएगा।
उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां साल 2011 से खाद्य तेलों में पौष्टिक तत्वों का सम्मिश्रण का काम किया जा रहा है, जिससे राज्य के 10 से 19 साल के बच्चों का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत हुआ है।
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