घरों में पेड़-पौधे लगाना शुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार घर में पेड़-पौधे लगाने के लिए भी एक निर्धारित दिशा बताई गई है. वास्तु में गुरुत्वाकर्षण, सूर्य से निकलने वाले सात रंग और पृथ्वी के घूमने की रफ्तार को आधार बनाया जाता है. वास्तु के अनुसार कांटों वाले पेड़-पौधे घर में नहीं लगाने चाहिए. वहीं जिन पेड़-पौधों की पत्तियों या टहनियों को तोड़ने पर दूध निकलता हो उन्हें घर में नहीं लगाना चाहिए.
दरअसल, पेड़ पौधों का संबंध भी विभिन्न ग्रहों से माना जाता है. जैसे बहुत ऊंचे या लाल फलदार वृक्ष का संबंध सूर्य से माना जाता है. वहीं, दूध वाले पौधे जैसे आक का पौधा, इनका संबंध चंद्रमा से माना जाता है.
आइए जानते है पेड़-पौधों के ग्रहों से संबंध और कुछ खास वास्तु टिप्स.....
> लताओं और बेलों का संबंध चंद्र और शुक्र से माना जाता है.
> झाड़ियों और कांटे वाले पौधों का संबंध राहु और केतु से समझा जाता है.
> इसके अलावा सभी फलदार वृक्षों का संबंध बृहस्पति से माना जाता है.
> जिस स्थान पर तुलसी का पौधा होता है वहां भगवान विष्णु का निवास होता है.
> मनी प्लांट एक ऐसा पौधा है, जिससे घर-परिवार में हमेशा लक्ष्मी रहती है.
> ऐसे पौधे जिनमें दूध जैसा द्रव निकलता है, उन्हें घर के बाहर लगाना चाहिए.
> केले के पेड़ को ईशान या उत्तर में लगाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है.
> घर के दक्षिण एवं पश्चिम क्षेत्र में ऊंचे वृक्ष (नारियल, अशोक आदि) लगाने चाहिए.
> जिस व्यक्ति को शनि से संबंधित बाधा दूर करना हो उसे शमी का वृक्ष लगाना चाहिए.
> घर के उत्तर एवं पूर्व क्षेत्र में कम ऊंचाई के पौधे लगाने चाहिए.
> पौधारोपण उत्तरा, स्वाति, हस्त, रोहिणी एवं मूल नक्षत्रों में करना चाहिए. ऐसा करने पर रोपण निष्फल नहीं होता.
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