Petrol Pumps: महंगे होते पेट्रोल और डीजल तथा बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेज हो रही है। सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। वहीं अब तेल कंपनियों को लगने लगा है कि आने वाला समय भी इलेक्ट्रिक वाहनों का है। ताजा खबर है कि अब इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) भी अपनी रणनीति बदलने को तैयार है। IOC का कहना है कि भविष्य में उसके Petrol Pumps एनर्जी पंप में बदल जाएंगे जहां इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग भी होगी और फ्यूल सेल्स भी मिलेंगे।
IOC पर्यावरण के लिहाज से स्वच्छ ईंधन के कई विकल्पों पर काम कर रही है। कंपनी के चेयरमैन एसएम वैद्य ने यह जानाकारी दी। उन्होंने बताया कि आने वाले कई सालों तक पेट्रोलियम उत्पादों की मांग भारत में बनी रहेगी। लेकिन हम अपनी कंपनी को भविष्य के लिए भी तैयार कर रहे हैं। इसके तहत 76 Petrol Pumps पर इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग सुविधा शुरू हो चुकी है, जबकि 11 बिक्री केंद्रों पर बैट्री स्वैपिंग की सुविधा भी है। कंपनी हाइड्रोजन ईंधन का पूरा ढ़ांचा विकसित करने पर भी काम कर रही है।
वैद्य का कहना था कि सउदी अरब की अरैमको के सहयोग से पश्चिम समुद्री तट पर रिफाइनरी कंपनी लगाने का प्रस्ताव है। सितंबर में अब तक पेट्रो उत्पादों की बिक्री में काफी अच्छी वृद्धि हुई है। पेट्रोल व डीजल की बिक्री कोविड से पहले की स्तर से महज 9 फीसदी कम है। इस तिमाही में इनकी बिक्री के सामान्य हो जाने की संभावना है। आइओसी ने अपनी गुजरात रिफाइनरी में 17,825 करोड़ रुपए के नए निवेश का फैसला किया है। इससे कंपनी की पेट्रो रसायन उत्पादन क्षमता 70 फीसदी बढ़ जाएगी।
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