Header Ads Widget

Responsive Advertisement

ग्वालियर । राज्य साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया पर बच्चों के अश्लील वीडियो वायरल में बीए प्रथम वर्ष के छात्र को पकड़ा है


 ग्वालियर । राज्य साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया पर बच्चों के अश्लील वीडियो वायरल करने के आरोप में बीए प्रथम वर्ष के छात्र को पकड़ा है। आरोपित नाबालिग है। इसके मोबाइल फोन में बच्चों के अश्लील वीडियो भी मिले हैं। पुलिस ने आरोपित का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियों वायरल करने वालों के खिलाफ देशभर में कार्रवाई की जा रही है। राज्य साइबर पुलिस ने इस मुहिम अब तक पांच आरोपितों को पकड़ चुकी है। केद्र व राज्य सरकार ने भी सोशल मीडिया पर अश्लीलता वाले वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।


राज्य साइबर क्राइम (ग्वालियर जोन) के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने बताया कि एनसीआरबी पोर्टल (टिप लाइन) द्वारा एक शिकायत प्राप्त हुई थी। इस शिकायत के माध्यम से बताया गया कि सोशल मीडिया पर बच्चों की अश्लील वीडियो किसी रैकेट द्वारा वायरल किए जा रहे है। जिससे विशेष रूप से ऑन लाइन पढ़ने वाले छात्रों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है।







इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निरीक्षक मुकेश नारोलिया के नेतृत्व में उप निरीक्षक शैलेंद्र राठौर, प्रधान आरक्षक हर नारायण शर्मा, आरक्षक पुष्पेद्र सिंह यादव,प्रवीण शर्मा, रवि रावत, रमन शर्मा, राजवीर सिंह व चालक डेविड की एक टीम गठित कर इस रैकेट की पहचान करने का टास्क दिया गया।


अश्लील वीडियो वायरल करने वाले को चिन्हित किया


इस टीम ने फेसबुक सहित सोशल मीडिया के अन्य साइडो को सर्च किया। पड़ताल में सोशल मीडिया पर बच्चों के अश्लील वीडियो वायरल करने वाले एक मोबाइल को चिन्हित किया। इस मोबाइल के माध्यम से राज्य साइबर पुलिस मुरैना जिले के बामौर में स्थित शांति नगर में पहुंच गई।पुलिस ने बीए के प्रथम वर्ष के नाबालिग छात्र को पकड़ लिया। आरोपित के मोबाइल फोन में बच्चों के अश्लील वीडियो भी मिले हैं। राज्य साइबर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ आइटीएक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।







अभिभावक बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखें-


कोरोना संक्रमण के कारण ऑन लाइन कक्षाएं चल रहीं हैं। जिसके कारण बच्चों के हाथ मोबाइल आ गए हैं। बच्चे ऑनलाइन कहीं से कहीं सर्फिंग करने लगते हैं। जिस पर अभिभावकों का ध्यान नहीं जाता है। जिसके कारण बच्चे गलत गतिविधियों में लिप्त हो रहे हैं। इसलिए बच्चों की ऑन लाइन अध्ययन के समय नजर रखने की आवश्यकता है। अभिभावक मोबाइल की नेट हिस्ट्री को चेक करते रहे। - सुधीर अग्रवाल, राज्य साइबर पुलिस (एसपी)


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ