इंदौर। शहर में स्थित खासगी ( देवी अहिल्याबाई होलकर चैरिटेबल) ट्रस्ट के आठ मंदिरों की संपत्ति पर मंगलवार को प्रशासन के अलग-अलग दलों ने कब्जा लिया। बिजासन मंदिर में प्रशासन की ओर से पहले से दो दानपेटी लगी हुई है, लेकिन मंदिर में पुजारियों की तरफ से एक और दानपेटी रखी गई थी जिसे सील कर दिया गया। मंदिर के बाहर दो अन्य दान पेटियां रखी गई थी। प्रशासनिक अमले ने इन्हें भी सील करना चाहा, लेकिन पुजारियों के विरोध के कारण नहीं कर पाए।
इससे पहले प्रशासनिक दल ने आड़ा बाजार के सत्यनारायण मंदिर पहुंचकर कब्जा लिया। यहां भगवान विष्णु और देवियों के चांदी के छह मुकुट मिले। इसके अलावा कानों के अन्य आभूषण भी पाए गए। कब्जा लेने से पहले सभी सामग्री का पंचनामा बनाया और मंदिरों में शासन की संपत्ति होने का बोर्ड भी लगाया। राजवाड़ा स्थित महालक्ष्मी मंदिर पर भी कब्जा लेने की कार्रवाई की गई। यहां भी दान पेटी को सील कर दिया गया है।
मंगलवार को संयुक्त कलेक्टर और एसडीएम राजेश राठौर के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों के दलों ने यह पूरी कार्रवाई की। बिजासन मंदिर कार्रवाई के लिए राजस्व निरीक्षक अखिलेश सरमंडल, राजस्व निरीक्षक तेजसिंह सोलंकी, रामलाल खेड़ेकर, दिनेश पटेल सहित पटवारियों संतोष चौधरी, मनोज खरे आदि की टीम पहुंची।
इससे पहले कृष्णपुरा में पट्टाभिराम मंदिर, छत्रीबाग बारादरी में श्रीराम मंदिर, सुभाष मार्ग पर मारुति मंदिर, बाणेश्वर कुंड के श्रीराम मंदिर और कृष्णपुरा में संगमेश्वर महादेव मंदिर का भौतिक सत्यापन और कब्जा लेने की कार्रवाई राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों के इन्हीं दलों ने अलग-अलग की। हरसोला में भी मंदिर की तीन हेक्टेयर जमीन कब्जे में ली है। अधिकारियों के मुताबिक सुभाष मार्ग स्थित मारुति मंदिर की कुछ जमीन सड़क चौड़ीकरण में चली गई है।
जारी रहेगा दान और दर्शन
जिन मंदिरों को प्रशासन ने शासन के अधीन लिया है, उनमें पूजा-पाठ और दर्शन पहले की तरह जारी रहेंगे। दानपेटियों को सील किया गया है, लेकिन दानदाता दान कर सकेंगे। दर्शनार्थियों पर इस कार्रवाई का कोई असर नहीं होगा। मंदिर के सारे कार्यक्रम यथावत रहेंगे। कलेक्टर मनीषसिंह ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश और शासन के निर्देश के बाद प्रशासन द्वारा इंदौर जिले में खासगी ट्रस्ट की विभिन्न संपत्तियों के भौतिक सत्यापन के साथ उन पर शासन का कब्जा लेने का काम जारी है।
कुल 25 मंदिर पर कब्जा लेगा प्रशासन, जिलेभर में करीब 300 एकड़ जमीन
श्रीराम मंदिर, बाणगंगा राम मंदिर, लोधीपुरा श्री पार्वती तुकेश्वर मंदिर, केशरबाग राम मंदिर, केशरबाग हरसिद्धी मंदिर गणपति मंदिर, जूनी इंदौर भैरव मंदिर, कृष्णपुरा मारुति मंदिर, कृष्णपुरा- महादेव मंदिर, कृष्णपुरा गणपति मंदिर, कानूनगो बाखल संगमेश्वर मंदिर, कृष्णपुरा नदी के बीच श्रीराम मंदिर व मारुति मंदिर का ओटला बारद्वारी, छत्रीबाग मारुति मंदिर, मिस्त्रीखाना, बिजासन माता मंदिर सिरपुर, बिल्केश्वर महादेव और श्रीराम मंदिर हातोद तिल्केश्वर महादेव व श्रीराम मंदिर तिल्लौर खुर्द, केवड़ेश्वर मंदिर केवड़िया, गुटकेश्वर महादेव और खेड़ापति मंदिर देवगुराड़िया, गणपति मंदिर पिपल्दा, जबरेश्वर मंदिर सांवेर आदि।
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